मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर के पारू प्रखंड में पहली बार पटरी पर ट्रेन दौड़ी है. ट्रेन की हॉर्न की आवाज सुनते ही ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. लोगों ने ट्रेन की इंजन के साथ अपने मोबाइल से सेल्फी लेकर पल को यादगार बनाया. हाजीपुर- सुगौली परियोजना के तहत पारू में हाल में बिछी नई रेल लाइन पर ट्रायल ट्रेन के रूप में डीजल इंजन वाली मालगाड़ी पहुंची.
पारू में पहली बार पटरी पर दौड़ी ट्रेनःहाजीपुर-सुगौली परियोजना के तहत पारू के गढ़ा मझौलिया तक नई लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है. ग्रामीणों के लिए यहां ट्रेन का चलना काफी खुशियों भरा अहसास है. ट्रायल रन से पहले उप प्रमुख प्रतिनिधि सुमन ठाकुर ने मालगाड़ी के लोको पायलट का स्वागत किया. नई लाइन के कारण मालगाड़ी के डिब्बे को खाली रखा गया था. अब जल्द ही यहां यात्री ट्रेनें चलने की उम्मीदें बंधी है. परियोजना के तहत अभी हाजीपुर और वैशाली के बीच ट्रेनें चल रही हैं.
15 फरवरी से यात्री ट्रेनें चलने का अनुमान: पारू स्टेशन तक 15 फरवरी से यात्री ट्रेनें चलने का अनुमान है. वहीं मार्च तक देवरिया कोठी तक ट्रेनें चलाने की योजना है. इसके बाद साहेबगंज व केसरिया के बीच ट्रेन परिचालन की कवायद शुरू होगी. तीन साल से हाजीपुर और वैशाली स्टेशन के मध्य 35 किमी लंबी रेललाइन पर ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. परियोजना पूरी होने से वैशाली, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण के नए इलाकों में रेल सेवा शुरू हो जाएगी.
बीस साल पूर्व परियोजना को मिली थी मंजूरीः इस परियोजना को केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2003-2004 में स्वीकृति दी थी. तीन जिलों के दर्जनभर प्रखंडों को जोड़ने वाली हाजीपुर-सुगौली रेललाइन पर दो हजार 66 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च होंगे. परियोजना पूरी होने से सरैया, पारू व साहेबगंज के ग्रामीण आसानी से ट्रेनों से पटना, छपरा, हाजीपुर, मोतिहारी, बेतिया आदि की यात्रा कर सकेंगे.
"वैशाली के आगे ट्रेन चलाने के लिए निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. मार्च 2024 तक देवरिया कोठी तक यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकेगा. परियोजना उच्च प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जानी है"- विवेक भूषण सूद, डीआरएम, सोनपुर रेल मंडल
ये भी पढ़ेंः'Indian Railway में नौकरी नहीं' सोशल मीडिया पर चल रही खबर को CPRO ने बताया गलत, बोले- 'हर साल मिलती है डेढ़ लाख नौकरी'