मुजफ्फरपुर:राज्य में स्वास्थ्य विभाग की तमाम तैयारियों और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के दावों के बीच मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी है. यहां मुजफ्फरपुर के कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शनिवार को एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस के कारण एक और बच्चे की मौत हो गई. ये अब तक चौथी मौत है.
चमकी बुखार के 21 मामले
अभी तक मुजफ्फरपुर में एईएस (चमकी बुखार) के कुल 21 मामले सामने आए हैं, जिनमें से इलाज के क्रम में चार बच्चों की मौत हो गई है. एसकेएमसीएच अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार को एक और बच्चे की मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी है. इसी के साथ चमकी का खौफ एक बार फिर से बढ़ने लगा है.
कोरोना और चमकी के कहर से दहले लोग
बिहार में एकतरफ जहां कोरोना के संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर चमकी बुखार ने भी उत्तर बिहार को दहलाना शुरू कर दिया है. ऐसे में बिहार सरकार को कोरोना के साथ -साथ चमकी बुखार से भी मुकाबला करना पड़ रहा है.
चलाया जा रहा जागरूकता कार्यक्रम
हालांकि, इस बार सरकार चमकी बुखार के कहर से बच्चों को बचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम प्रभावित इलाकों में लगातार चला रही है. इसमें बच्चों को पर्याप्त पोषाहार देने के साथ-साथ कई स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम के साथ मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी मुजफ्फरपुर में अब तक 4 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों से अधिक बच्चें इस बीमारी से प्रभावित हुए है. आपकों बता दें कि साल 2019 में सैकड़ों बच्चे इस बीमारी की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए थे.