मुजफ्फरपुरः जिले के कांटी प्रखंड के लशगरीपुर और कोल्हुआ पंचायत के करीब 20 हजार आबादी बाढ़ की चपेट में है. दोनों पंचायत के बाढ़ पीड़ित लोगों ने मुजफ्फरपुर दरभंगा फोरलेन सड़क पर पिछले एक माह से शरण लिए हुए है.
मुजफ्फरपुर में बाढ़ राहत शिविर बना मजाक का पात्र, 2 बजे दिया जाता है भोजन
उत्तर बिहार के कई जिले बाढ़ के चपेट में है. गांव के गांव नेशनल हाइवे पर शरण लिए हुए हैं. ऐसे में सरकार की ओर से बाढ़ राहत कैम्प चलाया जा रहा है. आलम यह है कि बाढ़ राहत शिविर में रह रहे ग्रामीणों को दो बजे भोजन दिया जाता है. जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
बाढ़ की चपेट में 20 हजार आबादी
वहीं, जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ राहत शिविर लगाया गया है. जिसमें प्रशासन की लापरवाही से बाढ़ पीड़ितों के बीच 2 बजे भोजन दिया जाता है. जिससे बाढ़ पीड़ितों के बीच आक्रोश व्याप्त है. बाढ़ राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि 2 टाईम भोजन दिया जाता है. कई बार शिकायत दर्ज कराई गई पर कोई सुध लेने को तैयार नहीं है.
बाढ़ पीड़ितों को नहीं दिया जाता समय पर भोजन
जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे बाढ़ राहत शिविर में समय पर भोजन नहीं दिया जाता है. जिसको लेकर आए दिन शिविर में हंगामा होता रहता है. पर कोई सुधी लेने को तैयार नहीं है.