मुजफ्फरपुर:बिहार में बाढ़ का कहर(Flood Havoc in Bihar) धीरे-धीरे कम हो रहा है. वहीं, मुजफ्फरपुर में भी बूढ़ी गंडक और बागमती नदी का जलस्तर (Water Level of River) घटा है. जिले में स्थिति फिर से सामान्य हो रही है. लेकिन बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशुपालकों की समस्या कम होने की बजाय और बढ़ गई है. दो बार बाढ़ का दंश झेलने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करना पशुपालकों के लिए काफी मुश्किल हो रही है. कई इलाकों में चारे के अभाव में पशुओं की जान बचना किसी चुनौती से कम नहीं है.
ये भी पढ़ें- दर्द बरकरार है! गंडक नदी में जलस्तर कम होते ही शुरू हुआ कटाव, कई गांव पर मंडरा रहा खतरा
बता दें कि जिले के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में औराई और मीनापुर शामिल है. यहां पशुपालकों को चारे की व्यवस्था करने में खासी दिक्कत हो रही है. बाढ़ में सब कुछ तबाह होने से अब मवेशियों के लिए ढईचा और जलकुंभी के अलावा कुछ बचा नहीं है. इसे पशुओं के लिए अच्छा नहीं माना जाता. इससे उनकी सेहत पर प्रभाव पड़ रहा है. इसको जानने के बाद भी पशुपालक जलीय चारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. चारा नहीं मिलने से मवेशियों की मौत भी हुई है.