मुजफ्फरपुर:नेपाल में हो रही भारी बारिश की वजह से मीनापुर प्रखण्ड के कई पंचायत दुबारा बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यहां लोग बेबसी और लाचारी में बाढ़ की वजह से मुश्किल हालात से जूझ रहे हैं. लेकिन सबसे आश्चर्य की बात यह है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने की वजह से उनको फिलहाल कोई प्रशासनिक सहायता भी नहीं मिल रही है.
फिर उफान पर है गंडक नदी
मूसलाधार बारिश से बूढ़ी गंडक नदी फिर उफान पर आ गई है. नदी का पानी फिर मीनापुर प्रखण्ड के कई निचले इलाकों में तबाही मचा रहा है. ऐसा ही एक बाढ़ प्रभावित इलाका है मीनापुर के बड़ा भारती पंचायत, जहां बाढ़ के पानी की वजह से पूरा पंचायत टापू में तब्दील हो गया है. यहां के लोग अपने दिनचर्या की जरूरतों के लिए छोटी नावों के सहारे जान जोखिम में डालकर सफर करने के लिए आज भी बेबस है.
मुजफ्फरपुर के इस पंचायत में बेबस हैं बाढ़ पीड़ित, जन प्रतिनिधि नहीं ले रहे सुध
मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर के बड़ा भारती पंचायत में बाढ़ के चलते लोग बेबस हैं. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि जन प्रतिनिधि उनका सुध नहीं ले रहे है. इस पंचायत के करीब एक हजार की आबादी अपने जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से बेहद नाराज हैं.
बड़ा भारती पंचायत में बेबस बाढ़ पीड़ित
पंचायत के करीब एक हजार की आबादी है नेताओं से नाराज
अपनी इस समस्या को लेकर इस पंचायत के करीब एक हजार की आबादी अपने जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से बेहद नाराज हैं. ग्रमीणों की माने तो जब वोट मांगने की बात आती है तो नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं. लेकिन चुनाव जीतने के बाद सभी अपने वादों से मुकर जाते हैं, जिसको लेकर मीनापुर के इन बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों ने कहा कि अब उनका भरोसा नेताओं पर से पूरी तरह टूट चुका है.