मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur Flood) में भले ही पिछले एक सप्ताह से बारिश नहीं हो रही हो लेकिन बूढ़ी गंडक नदी में उफान की वजह से अभी भी कांटी (Kanti Block) और मीनापुर प्रखंड (Meenapur Block) के करीब एक दर्जन से अधिक पंचायत बाढ़ का दंश (Flood Affected Area) झेलने को विवश हैं. विडम्बना है कि दोबारा आई बाढ़ की चपेट में एक बड़ी आबादी फंसी हुई है. लेकिन उसके बाद भी इन इलाकों मे आपदा पीड़ितों को किसी तरह की प्रशासनिक मदद नहीं मिल रही है.
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कांटी प्रखंड के पांच पंचायतों के साथ इस बार कांटी नगर पंचायत के भी कई ग्रामीण इलाके बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. जहां के कई गांवों में दो से चार फीट तक बाढ़ का पानी लगा हुआ है. ऐसे में घर बार और खेत सब पानी मे डूबे हुए हैं. काटी नगर पंचायत से सटे कोठिया का ईटीवी भारत ने जायजा लिया. यहां बाढ़ की विभिषिका झेल रहे लोगों की हालत काफी खराब है. दूर दूर तक सिर्फ पानी का सैलाब दिख रहा है. लोग इन्हीं हालातों में किसी तरह से अपने जीवन की गाड़ी को आगे बढ़ा रहे हैं.
मेरे घर में पानी घुस गया है. कोई भी हमें देखने नहीं आता है. जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक कोई आज तक नहीं पहुंचा. पिछले 20 दिनों से ऐसे ही हालात बने हुए हैं. पानी के कारण खाना तक नहीं बन पा रहा. हमारे सामने भूखे रहने के अलावा दूसरा और कोई रास्ता नहीं है.-मो तनवीर, बाढ़ पीड़ित
वहीं कांटी प्रखंड में दूसरे पंचायतो में भी बाढ़ से हालात बिगड़े हुए हैं. कांटी के धमौली रामनाथ पूर्वी के पांच वार्ड बाढ़ से प्रभावित हैं. तीन वार्ड के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. यहां के लोग धमौली चंद्रभान में शरण लिए हुए हैं. वही कोल्हुआ पैगम्बरपुर, लसगरीपुर व दादर कोल्हुआ में भी बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है.