मुजफ्फरपुर:बिहार में बाढ़है. बूढ़ी गंडक (Budhi Gandak) के उफान से बाढ़ (Flood) प्रभावित इलाकों के हालत तेजी से बिगड़ने लगे हैं. नदियों के उफान की वजह से कांटी प्रखंड (Kanti Block) की तीन पंचायत पूरी तरह बूढ़ी गंडक के पानी में घिर गए है. जहां करीब पंद्रह हजार से अधिक की आबादी बाढ़ के पानी में फंसी हुई है. काटी प्रखंड के कोल्हुआ पैगंबरपूर, मिठनसराय, माधोपुर और शेरपुर, पहाड़पुर इलाके पूरी तरह बाढ़ के पानी की जद में हैं.
ये भी पढ़ें-Muzaffarpur Flood: बाढ़ से लड़ने को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद, कटाव निरोधी कार्य का लिया जायजा
इन इलाकों में पांच से सात फीट तक बाढ़ का पानी लगा हुआ है. इस वजह से इन इलाकों में तेजी से लोग अपने घर-बार छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाके के अधिकांश लोग फिलहाल मुजफ्फरपुर से लगे दरभंगा राष्ट्रीय राजमार्ग 57 पर शरण ले रहे हैं. इस इलाके के बाढ़ प्रभावित कई गांवों का कांटी के विधायक इसराइल मंसूरी ने दौरा किया. स्थानीय विधायक ने अब तक जिले में चल रहे राहत और बचाव के काम पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाया है.
'इलाके के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की हालत काफी खराब है. जहां एक बड़ी आबादी अभी भी बाढ़ में फंसी हुई है. वहीं कुछ लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर शरण लिए हुए हैं. लेकिन इसके बाद भी अभी तक इन इलाकों में राहत एवं बचाव का काम जिला प्रशासन के स्तर पर शुरू नहीं किया गया है. जिससे इन इलाके में रहनेवालों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.': इसराइल मंसूरी, विधायक
इतना ही नहीं विधायक ने ये भी कहा कि अभी तक सरकार द्वारा पिछले वर्ष में बाढ़ के दौरान काम करने वाले नाविकों के पैसे का भुगतान नहीं किया है, इस वजह से भी बाढ़-राहत के लिए नौका नहीं मिल रही है.