मुजफ्फरपुरः बिहार में हुई कई दिनों कीभारी बारिशके बाद खेत में जलजमाव (water logging in field) हो गया है. जो किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. किसानों के लिए तैयार धान की फसल (paddy crop) को सुरक्षित घर ले जाना मुश्किल हो रहा है.
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बाढ़ और बारिश का दंश झेल रहे मुजफ्फरपुर के किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. तीन महीने के अंदर दो बार बाढ़ का कहर से जूझ रहे किसानों की रही सही उम्मीदों पर चक्रवाती तूफान गुलाब ने पानी फेर दिया. तूफान की वजह से कई इलाको में जलजमाव का संकट और गहरा गया है. जिससे खेतो में बची-खुची धान की फसल को समेटना भी अब किसानों के लिए मुसीबत बन गया है.
खेतो में अत्यधिक पानी की वजह से तैयार धान की कटाई में काफी परेशानी हो रही है. जलजमाव के कारण पानी में घुसकर धान की कटनी करने के लिए अब किसानों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. किसानों को कटाई के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं. वहीं खेतो में पानी लगने की वजह से मशीन से भी कटाई संभव नहीं है. ऐसे में धान की खेती लगी पूंजी और लागत को निकालना भी अब किसानों को भारी पड़ रहा है.
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बता दें कि जलजमाव की वजह से तैयार धान की फसल खेत में झड़ने भी लगी है. जिससे फसल की हालत देख किसान चिंतित हैं. वहीं, किसान इस बात से भी परेशान हैं कि अगर जल्द खेतों से जलजमाव की समस्या दूर नहीं हुई तो इस साल आलू, तेलहन और गेहूं की बुआई भी अधर में लटक जायेगी. ऐसे में घर परिवार का गुजारा कैसे होगा, यह चिंता किसानों को अभी से सता रही है.