मुजफ्फरपुर:आई हॉस्पिटलमें 22 नवंबर को मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने का खामियाजा कई मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. 16 लोगों की आंखें निकालनी पड़ी और अब भी कईयों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है. उन्हीं में से एक उषा देवी भी हैं,उनकी जिंदगी में भी अंधेरा छा चुका है. अब उषा के पति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बोंचहा थाना क्षेत्र के सरफुद्दीन गांव की रहने वाली उषा देवी के पति छोटन कुमार चौधरी ने आई हॉस्पिटल (Complaint In CJM Court Against Doctor) के डॉक्टर राजा अबू शहमा , डॉक्टर अमित कुमार सहित कुल 9 लोगों पर अपनी पत्नी के आंख को खराब कर दिए जाने के लेकर एक परिवाद दायर किया है.
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छोटन कुमार चौधरी ने बताया कि, उन्होंने अपनी पत्नी का मोतियाबिंद का ऑपरेशन मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में 7 अप्रैल को डॉक्टर राजा अबू सहमा के द्वारा करवाया था. जिसके बाद से ही उनकी पत्नी का एक आंख खराब होता चला गया. 21 नवंबर को आईजीआईएमएस पटना के डॉक्टरों ने स्पष्ट रूप से बताया कि, उनकी पत्नी का आंख का ऑपरेशन गलत तरीके से हुआ था.
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"7 अप्रैल को पत्नी के आंख का ऑपरेशन करवाए थे. ऑपरेशन के बाद आंखों में इंफेक्शन हो गया. इलाज शुरू हुआ,दवा देने के बाद भी आराम नहीं हुआ. आंख में सूई भी दिया गया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. अब तक लाखों खर्च हो चुका है. अक्टूबर में पत्नी को पटना ले गए तो पता चला कि ऑपरेशन ठीक से नहीं हुआ है. फिलहाल मेरी पत्नी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती है."- छोटन कुमार चौधरी, परवादी
अभी फिलहाल छोटन चौधरी की पत्नी मुंबई के कांदिवली हितवर्धक मंडल आंख हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जहां उनका एक आंख निकाला भी जा सकता है, जिसे लेकर छोटन ने परिवाद दायर किया है. वहीं परिवादी के अधिवक्ता कमलेश कुमार ने बताया कि, चिकित्सकीय और मैनेजमेंट की गड़बड़ी के कारण उनके परिवादी की पत्नी का आंख खराब हो गया है. इसे लेकर उन्होंने आईपीसी के विभिन्न धाराओं के तहत परिवाद दायर किया है, जिसे न्यायालय ने स्वीकृत करते हुए 18 दिसंबर ( Muzaffarpur Eye Hospital Hearing On 18 December) सुनवाई की तिथि निश्चित की है.
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"उषा देवी अब भी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है. इसलिए मुजफ्फपुर के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है. धारा 323, 341, 504,406, 420,325, 324,326 और 360/34 के तहत परिवाद पत्र दायर किया गया है. मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉक्टर राजा अबू शहमा और डॉक्टर अमित कुमार के द्वारा दो बार उषा देवी के आंख का ऑपरेशन किया गया था."- कमलेश कुमार, परिवादी अधिवक्ता
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