मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले डॉ. सैयद आबिद हुसैन (Syed Abid Hussain) अफगानिस्तान में फंसे हुए थे और वे भारत लौटना चाहते थे. सरकार से गुहार लगाने के बाद डॉ. हुसैन की भारत वापसी हो गई है. देश लौटने के बाद अब वो 15 दिन के लिए क्वारंटाइन में हैं.
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अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा (Taliban capture Afghanistan) होने के बाद वहां के हालात बदल गए हैं. दूसरे देशों के नागरिकों के साथ अफगानी नागरिक भी देश छोड़ना चाह रहे हैं. अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद वहां फंसे आम लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल जैसा हो गया है.
मुजफ्फरपुर के 50 साल के डॉ. सैयद आबिद हुसैन भी वहां फंसे हुए थे और आबिद को लेकर मुजफ्फरपुर में रह रहा उनका परिवार काफी चिंतित था.
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सैयद आबिद का पूरा परिवार मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र के आजाद रोड में रहता है. वे काबुल में अकेले रहते थे. यहां उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. उनसे फोन से बातचीत होती थी. डॉ. हुसैन काबुल में एक विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट के सहायक प्राध्यापक हैं.
पूरा परिवार चाह रहा था कि किसी तरह वे अपने देश वापस लौट आएं. वतन वापसी को लेकर मिनिस्टरी ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स से बातचीत हुई, फिर उनका रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर भारत लौटने का रास्ता साफ हुआ.
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बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया है. तालिबान के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के तमाम बड़े शहरों में घुसकर अराजकता मचा दी है, जिसके बाद अफगानिस्तान में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. इस बीच हालात बिगड़ने के कारण कई भारतीय इस वक्त अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, जिन्हें भारत सरकार निकालने की कोशिश कर रही है. वहां फंसे सैकड़ों भारतीय काबुल स्थित भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
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