मुजफ्फरपुरः जिले में एईएस बीमारी (चमकी बुखार) से बच्चों को सुरक्षित रखने रखने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गई है. पिछले साल बच्चों के मौत के आकड़ों से परेशान जिला प्रशासन इस बार बीमारी से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी में जुट गया है.
मुजफ्फरपुरः AES से निपटने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज, कोर कमेटी की बैठक संपन्न
AES से निपटने के लिए डीएम आलोक रंजन घोष ने कोर कमेटी के साथ बैठक की. मौके पर उन्होंने कहा कि चमकी बुखार प्रभावित क्षेत्रों में गर्मी शुरू होने से पहले अतिरिक्त चिकित्सकों और एम्बुलेंस की तैनाती की जाएगी.
अतिरिक्त चिकित्सक और एम्बुलेंस की होगी तैनाती
डीएम आलोक रंजन घोष ने जिला स्तरीय कोर कमेटी की बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि चमकी से प्रभावित क्षेत्रों में गर्मी शुरू होने से पहले अतिरिक्त चिकित्सकों और एम्बुलेंस की तैनाती की जाएगी. इसके साथ ही पर्याप्त उपकरणों की सुनिश्चितता कि जाएगी. इसके साथ ही इस बार बच्चों के न्यूट्रीशन को लेकर भी अलग से विशेष पोषण अभियान और जागरूकता को लेकर कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
115 से अधिक बच्चों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि पिछले वर्ष मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण 115 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी. जिसको लेकर बिहार सरकार की काफी फजीहत हुई थी. ऐसे में पिछली गलतियो से सबक लेते हुए इस बार जिला प्रशासन अभी से इस चुनौती से निपटने में जुट गया है.