नई दिल्ली/मुजफ्फरपुर : दिल्ली केबटला हाउस इलाके में हत्या (Murder in Delhi Batla House area) की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 180 होटलों की तलाशी के बाद यह गिरफ्तारी हुई है. दोनों आरोपियों की पहचान मेहराज आलम और तौफीक के रूप में हुई है. दोनों आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं. हत्या की सूचना पुलिस को 12, 13 सितंबर की दरमियानी रात करीब 12 बजे मिली थी. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने मृतक के वॉलेट से 40,000 रुपये लुटने के लिए हत्या को अंजाम दिया और फरार हो गए. मृतक बटला हाउस इलाके में जूते की दुकान चलाते थे. जिनकी उम्र 58 साल बताई जा रही हैं.
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डीसीपी साउथ ईस्ट ईशा पांडे ने बताया कि पुलिस को हत्या के संबंध में बटला हाउस में स्थित एक दुकान से सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि एक व्यक्ति बेहोश पड़ा हुआ है और उसके गर्दन पर चाकू से वार के निशान थे. इसके बाद आनन-फानन में घायल को एम्स ट्रामा सेंटर ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पहचान इस्लाम अहमद के रूप में हुई, जो शाहीन बाग दिल्ली के रहने वाले थे.
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. मृतक के बेटे शारीक इस्लाम ने पुलिस को बताया कि उसके घर पर 29 और 30 अगस्त को दो पेंटर ने काम किया था. इसके बाद पुलिस ने तुरंत दोनों पेंटरों की तलाश शुरू की. मोबाइल फोन को टेक्निकल सर्विलांस पर रखा गया, जिसके बाद पुलिस को दिल्ली के पहाड़गंज में मोबाइल फोन की लोकेशन का पता चला.
पुलिस पहाड़गंज पहुंची लेकिन भीड़ भाड़ वाले इलाके में संदिग्ध को ढूंढना चुनौतीपूर्ण था. लेकिन पुलिस ने पहाड़गंज इलाके के करीब 180 होटलों और लॉज की जांच की. जिसके बाद पुलिस ने दोनों संदिग्धों को पकड़ लिया. पूछताछ करने पर दोनों संदिग्धों ने हत्या में अपनी संलिप्तता कबूल की. दोनों ने बताया कि मृतक के घर में पेंटिंग की थी. इस दौरान आरोपियों ने मृतक के बैलेट में 40,000 रुपये देखे जिसको लूटना चाहते थे. इसीलिए उन्होंने उसको मारकर उसका मोबाइल फोन साथ ले गए. आरोपियों के कब्जे खून से सने कपड़े और चाकू बरामद किया गया है.
इस वारदात को लेकर स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह खान ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि बीते एक महीने में ओखला के जामिया नगर थाना क्षेत्र इलाके में चार मर्डर हुए हैं. क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद है और इसका जिम्मेवार उन्होंने डीसीपी साउथ ईस्ट को ठहराया है. उन्होंने आगे कहा कि ओखला में बेहतर कानून व्यवस्था दे पाने में डीसीपी साउथ ईस्ट असमर्थ साबित हुई है.