मुजफ्फरपुर: जिले में चमकी बुखार का कहर जारी है. एसकेएमसीएच में शनिवार देर रात को भी इस बीमारी से एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद मौत का आंकड़ा अब 180 पहुंच गया है. वहीं, शनिवार को चमकी बुखार से ग्रसित 16 नए बच्चे भी अस्पताल में भर्ती हुए.
16 नए बच्चे अस्पताल में भर्ती
16 नए बच्चों में 12 को एसकेएमसीएच, दो को केजरीवाल अस्पताल और दो को मीनापुर में भर्ती कराया गया है. एईएस के तय प्रोटोकॉल के तहत इनका इलाज किया जा रहा है. इस तरह अब तक एईएस के 519 मामले सामने आ चुके हैं.
लापरवाही के कारण सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर निलंबित
इधर, काम में लापरवाही की वजह से एसकेएमसीएच के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर भीमसेन कुमार को निलंबित कर दिया गया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने 19 जून को पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. भीमसेन कुमार की एसकेएमसीएच में तैनाती की थी.
बारिश होने पर चमकी बुखार से मिलेगी राहत
बिहार में बारिश के बाद मौत का आंकड़ा कम होता दिख रहा है. बताया जाता है कि मानसून ने दस्तक देने के बाद अब इन आंकड़ों में और कमी आएगी. लोगों का कहना है कि वर्षा होने ने अमूमन चमकी बुखार का प्रकोप खत्म हो जाता है. जिले वासियों को बारिश का ही इंतजार था. वर्षा होने के बाद बच्चों का इलाज करा रहे उनके परिजन भी खुश दिखे.
नहीं थम रहा मौत का सिलसिला
पूरे बिहार चमकी बुखार का कहर जारी है. अभी तक इस बीमारी से सैकड़ों बच्चों की मौत हो चुकी है. डॉक्टर और सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है. एईस की जांच करने के लिए दिल्ली से भी विशेष टीम आई है. सरकार ने बच्चों की मौत पर परिजनों को 4 लाख सहायता राशि देने की घोषणा की है.