मुजफ्फरपुरःबिहार के मुजफ्फरपुर में साइबर फ्रॉड गिरोह ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर समेत दो लोगों को 7 लाख का चूना लगाया है. साइबर ठगों ने दोनों को सोशल प्लेटफार्म टेलीग्राम पर एक ग्रुप में जोड़ दिया गया. उस ग्रुप में युवाओं को क्रिप्टोकरेंसी व्यवसाय से अच्छी कमाई का झांसा देकर साइबर ठगी की जाती है. जिसका शिकार बिहार के दो युवा भी हो गए.
क्रिप्टोकरेंसी व्यवसाय के जरिए साइबर ठगीः जानाकीर के मुताबिक मुजफ्फरपुर के भिखनपुर इलाके के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीरज कुमार और खबड़ा के छात्र ऋषभ राज से 7.04 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गई है. इन्हें क्रिप्टोकरेंसी व्यवसाय के जरिए अच्छी कमाई का झांसा दिया गया था. ठगी का शिकार हुए ऋषभ ने सदर थाना और नीरज ने अहियापुर में एफआईआर दर्ज कराई है.
टेलीग्राम पर मेसेज के जरिए होती है बातः ऋषभ और नीरज ने टेलीग्राम के यूजर और बैंक के खाताधारकों को आरोपी बनाया है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीरज कुमार मूल रूप से सीतामढ़ी के कुम्हरा निवासी हैं, जो वर्तमान में अहियापुर के भिखनपुर मोहल्ले में रहते हैं. उन्होंने बताया कि पहले टेलीग्राम पर एक लिंक दिया गया. इसके प्रति रिव्यू पर 50 रुपये मिले. इसके बाद क्रिप्टोकरेंसी के व्यवसाय से अच्छी कमाई का झांसा देकर 3.5 लाख रुपये का निवेश करा लिया गया.
"पहले टेलीग्राम पर एक ग्रुप में जोड़ा गया था. उस पर अलग-अलग व्यक्तियों से मैसेज के जरिए बात भी हुई. फिर थोड़ा-थोड़ा करके 3.5 लाख रुपये का निवेश कराया गया. क्रिप्टोकरेंसी के व्यवसाय से अच्छी कमाई होने की बात कही गई थी"-नीरज कुमार, सॉफ्टवेयर इंजीनियर