मुजफ्फरपुर:7 दिसंबर को अहियापुर के सहबाजपुर में भारत फाइनेंस के कार्यालय से लूट की घटना मामले में पुलिस की जांच में तेजी आई है. हथियार के बल पर अपराधियों ने 38 लाख रुपये की लूट की थी. साथ ही कर्मी का मोबाइल भी लूट लिया गया था. अब लुटे गए मोबाइल लोकेशन के आधार पर लुटेरों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है.
मुजफ्फरपुर लूटकांड मामले में शक दायरे में कर्मी:जिला पुलिस की विशेष टीम ने शुक्रवार को मुजफ्फरपुर के कांटी और पूर्वी चंपारण के मेहसी, चकिया, मोतिहारी तक छापेमारी की. हालांकि देर रात तक टीम के हाथ खाली रहे. बताया जाता है कि 38 लाख रुपये लूटपाट के दौरान अपराधियों ने तीन कर्मियों का मोबाइल भी लूट था. अब यही मोबाइल पुलिस के लिए अहम सुराग के रूप में काम कर रहा है.
मोबाइल लूट की जानकारी देरी से दी गई: दरअसल मोबाइल लूट की जानकारी पुलिस को कर्मियों ने देरी से दिया था, जिसके कारण अपराधियों को भागने में आसानी हुई. जानकारी के मुताबिक लुटे गए मोबाइल का लास्ट लोकेशन पूर्वी चंपारण के चकिया में मिला है. इससे पूर्व मेहसी और कांटी में मिली थी.
पुलिस कर रही छापेमारी: पुलिस को आशंका है कि लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर अपराधी इसी रास्ते से भागे हैं. चकिया के बाद से फोन बंद आ रहा है. उसके आधार पर डीआईयू के दो टीमों को लगाया गया है. एक टीम कांटी और दूसरी टीम पूर्वी चंपारण के मेहसी और चकिया में अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी में जुटी है.
पुलिस के हाथ अबतक खाली: इसके अलावे एक टीम शिवहर और सीतामढ़ी में भी छापेमारी करती रही. हालांकि शुक्रवार की देर रात तक टीम को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी. विशेष टीम की हाथ खाली ही रहे. एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि लूटकांड में अबतक कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी है.
"इस मामले में टाउन एएसपी के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम को लगाया है. जल्द ही अपराधियों की पहचान कर मामले का खुलासा किया जाएगा."- राकेश कुमार,एसएसपी
दो दर्जन से अधिक खंगाली गई सीसीटीवी :वहीं शुक्रवार को पुलिस की अलग-अलग टीम ने अपराधियों की पहचान के लिए अहियापुर चौक से लेकर सहबाजपुर और राघोपुर सहित घटनास्थल के आस पास के दो दर्जन से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. लेकिन अपराधियों का कोई मूवमेंट नहीं मिला है. कुछ जगहों पर सीसीटीवी फुटेज में कैद संदिग्धों की तस्वीर कर्मियों से पहचान कराई गई, जिसे कर्मियों ने पहचानने से इनकार कर दिया.
छह कर्मियों से पूछताछ : जिसके बाद से कर्मियों पर संदेह और गहरा गया है. हालांकि मामले का खुलासा होने के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा. पुलिस की टीम कर्मियों की बड़ी लापरवाही मान कर लगातार जांच में जुटी है. दूसरे दिन शुक्रवार को भी ब्रांच मैनेजर और ब्रांच क्रेडिट मैनेजर सहित छह कर्मियों से पूछताछ में पुलिस जुटी रही.