मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में 6 दिसंबर की रात निजी फाइनेंस कंपनी के कार्यालय से 38 लाख रुपये की लूट हुई थी. इस मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. लूट के अनुसंधान के दौरान मालूम हुआ कि कम्पनी में कार्यरत दो मैनेजर ने अपने साथी के साथ मिलकर लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. लूटे गए रुपये को ससुराल में छिपा दिया था. पुलिस ने करीब 30 लाख रुपये बरामद कर लिये हैं. वहीं दोनो मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. अब भी एक आरोपी फरार है. फरार आरोपी एक मैनेजर का चचेरा भाई है.
6 दिसंबर को हुई थी लूट : मामले पुष्टि करते हुए एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि लूटे गए 38 लाख में से 30 लाख 23 हजार दो सौ 7 रुपये बरामद कर लिए गए हैं. 6 दिसंबर की रात्रि को लूट की सूचना मिली थी. 7 दिसंबर को ब्रांच के मैनेजर रूपक ओझा के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद अलग टीम गठित की गई थी. टीम का नेतृत्व एएसपी नगर अवधेश सरोज दीक्षित कर रहे रहे. टीम अलग-अलग इलाके के सीसीटीवी और तकनीकी मदद से दोनों आरोपियों तक पहुंची. इसके बाद दोनों मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया.
"लूट की रकम भी बरामद की गई. गिरफ्तार आरोपियों में पश्चिम चंपारण के बेतिया के रामनगर थाना के जुड़ापकड़ी निवासी ब्रांच क्रेडिट मैनेजर किशन गुप्ता और चनपटिया थाना के कटवालिया निवासी यूनिट मैनेजर मो. इरफान अली शामिल हैं. इरफान ने ही लूट की साजिश रची थी. इसमें उसका चचेरा भाई भी शामिल था. लूट की रकम के अलावा, लूटे गए तीन मोबाइल, लूट के दौरान इस्तेमाल चाकू, बाइक और एक मोबाइल को भी बरामद की गई है. दोनो ने पूछताछ में दोनों ने अपनी संलिप्ता स्वीकार की है."- राकेश कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर