मुजफ्फरपुर: जिले में चमकीबुखार के मद्देनजर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. धमकी बैनर के तहत 25 जागरूकता रथ को जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने हरी झंडी दिखाकर विभिन्न प्रखंडों के लिए रवाना किया.
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चमकी के लक्षण की दी जाएगी जानकारी
जागरूकता रथ माध्यम से हर प्रखंड के गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. ताकि सभी को चमकी के लक्षण के बारे में मालुम हो चाहिए. चमकी के लक्षण में लगातार तेज बुखार रहना, बदन में लगातार ऐंठन होना, दांत पर दांत दबाए रहना, सुस्ती चढ़ना, कमजोरी की वजह से बेहोशी आना, चिउंटी काटने पर भी शरीर में कोई गतिविधि या हरकत न होना और बुखार के साथ घबराहट भी शुरू होती है और कई बार कोमा में जाने की स्थिति भी बन जाती है. इस रथ के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दी जाएगी.
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जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि चमकी बुखार को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. ऐसे में आम लोगों को चमकी के खतरे से आगाह करने के लिए जागरूकता अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है. इसी क्रम में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम पूर्व से संचालित हो रहा है. गौरतलब है कि, इस वर्ष चमकी बुखार का एक मामला अभी तक सामने आया है, जो बच्चा एसकेएमसीएच से ठीक हो कर अपने घर जा चुका है.
चमकीबुखार से बचाव के तरीके
- पीने का पानी स्वच्छ रखें.
- गंदगीभरे इलाकों में न जाएं
- बच्चों को सिर्फ हेल्दी खाना ही खिलाएं
- बच्चों को जूठे और सड़े हुए फल न खाने दें
- रात के खाने के बाद हल्का-फुल्का मीठा खिलाएं
- बच्चों को उन जगहों पर न जाने दें, जहां सूअर रहते हैं
- खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ जरूर धुलवाएं
- बच्चों को थोड़ी-थोड़ी देर में तरल पदार्थ देते रहें ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो.