मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन असफल होने के कारण 25 से ज्यादा लोगों की आंखें खराब ( Many people Lost Eyes in Muzaffarpur ) हो गई. अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही का नतीजा ये हुआ कि अब तक 7 लोगों की आंखें निकाली जा चुकी हैं. बाकी लोगों की आंखों में भी दर्द, जलन और दिखाई नहीं देने की समस्या बरकरार है.
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जिन लोगों की आंखें निकाली जा चुकी है, सोमवार तक उनकी संख्या 4 थी. मगर अब यह संख्या बढ़कर 7 हो गई है. जिले के असिस्टेंट चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. एसपी सिंह के अनुसार अब तक 13 लोगों की आंखें खराब हुई हैं. इनमें से 7 की आंखें निकाली गई हैं, जबकि 6 मरीजों को हैवी मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भेजा गया है.
"आज हमारे संज्ञान में यह मामला आया है. वहां अधिकारी सारे विषयों को देख रहे हैं. मंत्री होने के नाते टिप्पणी तो तभी करूंगा जब विषय साक्ष्य के साथ आ जाए. यह जांच का विषय है. यदि किसी ने गलती की होगी तो वह बचेगा नहीं."-मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार
"प्रथम दृष्ट्याअस्पताल से अभी जो खबर मिली है, अस्पताल के लोगों ने बताया है कि चार ऐसे मरीजों की आंखों को निकाला गया है. जांच के लिए एसकेएमसीएच के नेत्र विभाग के लोगों को भी बुलाया गया था, उनके द्वारा तीन आंखें निकाली गई है. अब तक कुल सात आंखें निकाली गई हैं. 6 संक्रमितों को एंबुलेंस से मेडिकल भेजा गया है. उनकी आंखों को बचाने के लिए हैवी ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तैयार किया है. 22 नवंबर को 65 लोगों की आँखों का ऑपरेशन किया गया है और लेंस लगाया गया है."- डॉ. एसपी सिंह, एसीएमओ, मुजफ्फरपुर
"सात लोगों की आंख का इंफेक्शन के कारण निकाला गया है. 6 इंफेक्टेड संक्रमितों का इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है. दर्जनभर से अधिक लोग विभिन्न जगहों पर अपना इलाज करा रहे हैं. अस्पताल के ओटी को अगले आदेश तक OT (ऑपरेशन थियेटर) को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. वहीं, सैंपलों को इकट्ठा कर जांच के लिए लैब भेजा गया है."-डॉ. विनय शर्मा, सिविल सर्जन, मुजफ्फरपुर
22 नवंबर को आई हॉस्पिटल के द्वारा करीब 25 लोगों की आंख का ऑपरेशन की ही बात चल रही थी लेकिन एसीएमओ के बयान के बाद इस मामले की गंभीरता और बढ़ गई है. एसीएमओ ने अपने बयान में कहा है कि उस दिन 65 लोगों का ऑपरेशन किया गया था. उन्होंने कहा कि आई हॉस्पीटल में दो ओटी है. जहां-जहां जरूरत समझा गया, संक्रमितों का सैंपल लिया गया. अब सभी लोगों को पूरा रिलीफ देने के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं.
एसीएमओ के बयान के बाद पूरा स्वास्थ्य महकमा स्वास्थ्य के घेरे में आ गया है. दरअसल, मेडिकल कॉलेज के ही एक डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन करने का एक गाइडलाइन है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट भी निर्देश जारी कर चुका है. उन्होंने बताया कि एक दिन में एक डॉक्टर 12 से ज्यादा ऑपरेशन नहीं कर सकते हैं. लेकिन, एसीएमओ के बयान के अनुसार 22 नवंबर को एक दिन में 65 लोगों का ऑपरेशन किन परिस्थितियों में हुआ, यह जांच का विषय है.