मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में इन दिनों 'रेलगाड़ी हाउस' की चर्चा जोरों पर हैं. गणनीपुर इलाके में मात्र 6 फीट चौड़ी और 45 फीट लंबी जमीन पर 4 मंजिला इमारत खड़ी है. आने जाने वाले लोग टकटकी लगाकर बनाने वाले को दाद देते नहीं थकते. कुछ लोग तो इसे आठवां अजूबा तक कह रहे हैं. जो भी इस बिल्डिंग के आगे से गुजरता है उसका वीडियो बनाना और सेल्फी लेना नहीं भूलता. ये बिल्डिंग भी इसके मालिक के लिए किसी ताजमहल से कम नहीं है.
'अजूबा घर' की प्रेम कहानी: दरअसल, साल 2005 में बिल्डिंग के मालिक संतोष कुमार की जब शादी हुई तो उन्होंने अपनी पत्नी को शादी वाली रात गिफ्ट में ये जमीन दान में दी. कुछ समय बीतने पर जब उनकी पत्नी जमीन पर पहुंचीं तो काफी नाराज हुईं. झुंझलाते हुए बोलीं- 'इसीलिए आपने हमें ये जमीन गिफ्ट दी है. इसपर क्या बनेगा? मैं इसका क्या करूंगी?' बीवी के मुंह से ये बाते सुनते ही संतोष भी उदास रहने लगे. बड़े ही अरमानों से जमीन बीवी को गिफ्ट की थी.
..जब इंजीनियर भी प्लॉट देखकर चकराए: संतोष के मन में इस जमीन को बेचकर दूसरी जगह लेने का ख्याल भी आया. लेकिन शादी से जुड़ी याद को वो खोना भी नहीं चाहते थे. लिहाजा उन्होंने इसी जमीन पर बिल्डिंग बनाने की ठान ली. इसके लिए नक्शा बनवाने के लिए इंजीनियरों के चक्कर लगाए. मोटी तनख्वाह पाने वाले इंजीनियर भी जमीन लंबाई चौड़ाई देखकर सारी इंजीनियरिंग भूल गए. इंजीनियरों ने जब हाथ खड़े कर दिया तो संतोष को लगा कि उनका सपना पूरा नहीं होगा. उन्होंने खुद से बिल्डिंग के नक्शे को डिजाइन किया और उसे पास कराया.