मुजफ्फरपुर: पिछले चार दिनों से पड़ रही उमस वाली भीषण गर्मी के बीच चमकी बुखारसे जुड़े मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. रविवार को चमकी बुखार (AES) से एसकेएमसीएच (SKMCH) में शिवहर स्थित बेलसंड के एक बच्चे की मौत हो गई.
बता दें कि इस वर्ष अभी तक चमकी बुखार से कुल 5 बच्चों की मौत की प्रशासनिक पुष्टि हो चुकी है.
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चमकी बुखार के मामले में बढ़ोतरी की आशंका
मौसम के बदलते रुख को भांपते हुए चमकी बुखार से जुड़े मामलों के जानकार और चिकित्सक इस तरह के मौसम में चमकी बुखार के मामले ज्यादा आने की आशंका जता रहे हैं. गौरतलब है कि 15 जून के आसपास से चमकी बुखार से जुड़े मामले अधिक हो जाते है.
चमकी बुखार से निपटने की तैयारी तेज
एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में किसी भी आपात हालात से निपटने को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है. एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक और अस्पताल के शिशु रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी खुद तमाम तैयारियों पर नजर बनाए हुए है.
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तेज गर्मी के मद्देनजर अभी छोटे बच्चों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत पर बल दिया जाए.
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'दो दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है. उमस भरी गर्मी के बीच बच्चों पर बीमारी का खतरा मंडराने लगा है. पीआईसीयू के डॉक्टर और पारामेडिकल कर्मचारी को अर्लट कर दिया गया है. बीमारी से निपटने की तैयारी का पुख्ता इंतजाम कर लिया गया है.'-डॉ. गोपाल शंकर सहनी, शिशु रोग विशेषज्ञ
जानिए प्रभावित बच्चों का आंकड़ा
गौरतलब है एसकेएमसीएच में अब तक चमकी बुखार के 27 बच्चे भर्ती हुए हैं. जिसमें इलाज के दौरान 5 बच्चों की मौत हो चुकी है. पीड़ित बच्चों में मुजफ्फरपुर के 13, सीतामढ़ी के 4, शिवहर के 3, वैशाली का 3, पूर्वी चंपारण के 3 और पश्चिमी चंपारण से 1 मामला सामने आया है.