मुजफ्फरपुर: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले को लेकर सबसे पहले बॉलीवुड के दिग्गज हस्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने वाले सुधीर कुमार ओझा ने भी अब इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. सुशांत की आत्महत्या मामले में पटना में दर्ज प्राथमिकी की तकनीकी खामियों पर सुधीर ओझा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि यह मामला कानूनी दांव पेंच में फंस सकता है. उन्होंने बिहार सरकार को यह जांच सीबीआई को सौंप देने की बात कही है.
सुशांत सुसाइड केस पर बोले अधिवक्ता सुधीर ओझा- दर्ज प्राथमिकी में है कई खामियां
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में पटना में दर्ज प्राथमिकी की तकनीकी खामियों पर सुधीर ओझा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि यह मामला कानूनी दांव पेंच में फंस सकता है.
बता दें कि अधिवक्ता सुधीर के दर्ज परिवाद को अपने क्षेत्राधिकार से बाहर बताते हुए मुजफ्फरपुर कोर्ट ने मुकदमे को खारिज कर चुकी है. वहीं अब सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या को लेकर उनके पिता की शिकायत पर राजधानी पटना में प्रथमिकी दर्ज हो चुकी है और पटना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. ऐसे में इस मामले में संदेहास्पद भूमिका रखने वाले फिल्मी हस्तियों से जुड़े लोग इस जांच को कानूनी दांवपेंच में फंसाने की कोशिश में जुट गए हैं. सुधीर ओझा के अनुसार यह मामला कानूनी दांवपेच में फंसे इससे पहले बिहार सरकार को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए.
सुशांत के पिता द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने में हुई चूक
अधिवक्ता सुधीर ओझा ने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने में कुछ चूक हुई है. ऐसे में यह मामला कानूनी पेंच में फंस सकता है. सुधीर की माने तो पटना में दर्ज प्रथमिकी में हत्या की साजिश रचने की धारा लगाए जाने के बाद तकनीकी रूप से यह केस बहुत मजबूत हो सकता था. ऐसे में अब गेंद पूरी तरह बिहार सरकार के पाले में है. अगर बिहार सरकार एक बार सीबीआई जांच की सिफारिश करती है तो पूरा मामला मुंबई पुलिस के हाथ से बाहर आ जाएगा.