मुजफ्फरपुर:जिले में चमकी बुखार से पीड़ित एक बच्चे की मौत हो गई है. एसकेएमसीएच के नीकु में भर्ती इस बच्चे ने इलाज के दौरान तोड़ा दम दिया. पिछले साल भी चमकी बुखार का कहर बरपा था और डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी. एक बार फिर इस साल बच्चों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है. इस साल 2020 में जिले में कोरोना के कारण लॉक डाउन के दौरान ही जिलेवासी दोहरी मार झेलने को मजबूर हो गए हैं.
बिहार में चमकी बुखार से SKMCH में बच्चे की मौत
एसकेएमसीएच के नीकु में चमकी बुखार से पीड़ित एक बच्चे की मौत हो गई. बता दें कि बीते साल करीब 150 से अधिक बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो गई थी. इस बार भी चमकी से बच्चे की मौत का सिलसिला शुरू हो चुका है.
पिछले साल 150 से अधिक बच्चों हुई थी मौत
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का पहला मामला शनिवार को सामने आया था. सकरा प्रखंड के एक बच्चे को गंभीर हालत में एसकेएमसीएच अस्पताल के नीकु वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसके बाद पहले केस की मेडिकल कालेज प्रबंधन ने पुष्टि की थी. बता दें कि बीते साल करीब 150 से अधिक बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो गई थी.
AES को लेकर कितनी तैयार सरकार?
मुख्यमंत्री ने बैठक में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम की स्थिति की भी समीक्षा की और कहा कि इसके संदर्भ में अभी से ही पूरी तैयारी करते हुए लोगों को जागरुक करें. मुख्यमंत्री ने एईएस से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने और वहां सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखने के आदेश दिए. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में बन रहे 100 शय्या वाले बच्चों के आईसीयू को जल्द से जल्द तैयार करायें ताकि समय पर गहन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके.