पति की तलाश में ओडिशा से मुंगेर पहुंची महिला मुंगेर: बिहार के मुंगेर में ओडिशा से आई प्रेमिका को उसके प्रेमी के घर वालों ने मारपीटकर भाग दिया. इसके बाद से प्रेमिका परेशान है. मारपीट के बाद युवती ने मुंगेर के पहुंच कर हेमजापुरा ओपी में मामला दर्ज करवाया है. युवती ने कहा कि ओडिशा में शादी कर 6 महीने साथ रहकर बिना कुछ बताए उसका पति भाग कर बिहार के मुंगेर स्थित अपने घर शिवकुण्ड आ गया. इसके बाद युवती भी पीछे-पीछे मुंगेर पहुंच गई.
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दो वर्ष पूर्व हुई थी दोनों की मुलाकात: दो वर्ष पूर्व 22 वर्षीय युवती अनु नायक, पिता मंडर नायक अपनी चचेरी बहन के साथ ओडिशा के कालाघाड़ी जिला थाना मदनपुर रामपुर माउल में किराए के घर में रह कर सिलाई का काम करती थी. उसी के बगल में किराये पर बिहार के मुंगेर स्थित धरहरा थाना क्षेत्र के शिवकुंड निवासी अविनाश कुमार, पिता सिकंदर राय भी रहता था. वह वहां मार्बल का काम करता था. इसके बाद अनु और अविनाश के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया. दोनों के बीच नजदीकियां इतनी बढ़ गई कि दोनों ने शादी कर भुवनेश्वर के शैलेश विहार मोहल्ले में किराए का घर लेकर रहने लगे और करीब छह माह साथ रहने के बाद मार्च 2023 में अविनाश बिना बताए अपने पैतृक घर बिहार के मुंगेर आ गया. इसके बाद अनु नायक ने उसकी काफी खोजबीन की, पर वह नहीं मिला.
"ओडिशा में शादी कर 6 महीने साथ रहकर बिना कुछ बताए मेरा पति भाग कर बिहार के मुंगेर स्थित अपने घर शिवकुण्ड आ गया. पहले तो उसकी काफी खोजबीन की, पर वह नहीं मिला. अपने ममेरे भाई और एक रिश्ते में लगने वाली बहन के साथ मुंगेर के हेमजापुर थाना क्षेत्र में उसके घर पहुंची. यहां पर अविनाश के परिवार वालों ने अविनाश से मिलने नहीं दिया और न ही उसे घर में रहने दिया. मुझे मारपीटकर घर से भगा दिया. यहां के थाना ने भी कहा कि उड़ीसा जाओ यहां कुछ काम नहीं होगा"- अनु नायक, पीड़िता
मुंगेर में लड़के के परिजन ने मार पीटकर भगाया: इसके बाद फोन पर भी उसकी बात नहीं हुई. इसके बाद हार कर अपने पति बने प्रेमी को ढूंढने अपने ममेरे भाई और एक रिश्ते में लगने वाली बहन के साथ मुंगेर के हेमजापुर थाना क्षेत्र में उसके घर पहुंची. यहां पर अविनाश के परिवार वालों ने अविनाश से मिलने नहीं दिया और न ही उसे घर में रहने दिया. इसके बाद वह हेमजापुर ओपी पहुंच ओपी अध्यक्ष को सारी बात बताई. इसके बाद ओपी अध्यक्ष की पहल पर उसे अविनाश के घर में इंट्री मिली. पांच दिनों के बाद पुनः घरवालों ने उसे मारपीट कर निकाल दिया. तब जाकर अनु ने हेमजापुर ओपी में आवेदन दिया और ओपी अध्यक्ष ने जीरो एफआईआर दर्ज कर धरहरा थाना भेज दिया. अनु ने बताया कि वो अविनाश को सजा दिलवाकर मानेगी. क्योंकि उसने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है.