मुंगेरः जिले का किला क्षेत्र मामूली बारिश के बाद भी तलाब में तब्दील हो जाता है. घंटों जल जमाव रहता है. इस दौरान यहां यातायात पूरी तरह ठप पड़ जाता है. विडंबना यह है कि जिले के तमाम वरीय अधिकारी डीएम, कमिश्नर, डीआईजी, एसपी सहित अन्य अधिकारियों का आवास और कार्यालय इसी इलाके में पड़ता है.
मुंगेरः मामूली बारिश से भी तालाब में तब्दील हो जाता है किला क्षेत्र, सड़कों पर बहता है पानी - Water logging in fort area
स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पोलो मैदान के बाहर चारो तरफ नाले का निर्माण करा कर पानी को नाले के सहारे राजा-रानी तालाब और मछली तालाब में गिराया जाए.
सड़क पर बहता है पानी
किला क्षेत्र के गंगानगर निवासी राजेश पासवान ने कहा कि यहां जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. बारिश में सड़कों पर घंटों पानी जमा रहता है. जिससे यहां की सड़कें तालाब बन जाती हैं. लोगों को आवागमन में असुविधा होती है. उन्होंने बताया कि किला क्षेत्र के उत्तरी भाग स्थित होटल कर्ण विहार, बागवान परिसर और पोलो मैदान इलाके में हल्की बारिश होने पर भी जल जमाव हो जाता है. सड़कों पर पानी बहने के कारण नई सड़क भी एक साल से अधिक नहीं टिक पाती है. लोगों को रास्ता बदल कर जाना पड़ता है.
नाले का हो निर्माण- स्थानीय
स्थानीय कन्हैया लाल कुमार ने कहा कि पोलो मैदान के चाहरदीवारी के पास नाले का निर्माण होना चाहिए और बारिश के पानी को नाला के माध्यम से निकलकर राजा-रानी तालाब और मछली तालाब में गिराया जाए. प्रशासन ठोक कदम उठाने के बाद जीर्णोद्धार के नाम पर लाखों-करोड़ों खर्च करता है और समस्या जस की तस बनी रहती है.