मुंगेर:जिले के बरियारपुर में तीन दिवसीय अंग नाट्य यज्ञ लगातार 21वें वर्ष भी आयोजित हो रहा है. बरियापुर थियेटर फेस्टिवल के नाम से यह भारत में चर्चित है. इस आयोजन के लिए भारत के विभिन्न राज्यों के कई प्रांतों से लगभग 500 से अधिक कलाकार आते हैं. अपने-अपने संस्कृति का आदान-प्रदान करने का बेहतरीन मंच अंग नाट्य मंच है.
यहां 21 वर्षों से लगातार यह आयोजन हो रहा है. आयोजक संजय और अभय ने बताया कि समाज में बदलाव के लिए नाटक एक सशक्त माध्यम है. हम लोग पौराणिक पद्धति नाटकों के माध्यम से समाज को जगाने का काम कर रहे हैं. इसमें किसी तरह का सरकारी सहयोग नहीं मिलता है. हम लोग रंगकर्मी हैं. रंगकर्म का दीपक जलाए हुए हैं.
प्रत्येक दिन 5 से अधिक नाटकों का मंचन होता है. नाटक के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्य भरतनाट्यम, कथक, पीहू का प्रदर्शन होता है. दिन में अंताक्षरी का भी कार्यक्रम, रात में नाटकों के मंचन के बाद कैंप फायर भी प्रस्तुत किए जाते हैं. इसके अलावा दूसरे दिन विभिन्न चौक चौराहों पर नुक्कड़ नाटक कई राज्य के कलाकार अलग-अलग करते हैं. कार्यक्रम के अंतिम दिन सड़क पर रंग जुलूस निकाला जाता है. वहीं कलाकार काजल कुमारी ने कहा कि मैं दूसरी बार यहां आई हूं. यहां आकर मुझे लगता है कि मैं अपने घर में आई हूं.
"यह मंच कला संस्कृति के आदान-प्रदान करने का बेहतरीन माध्यम है"- छवि दास, कलाकर