मुंगेर(जमालपुर): शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में नवाचार और अनुसंधान आवश्यक है. आज की शिक्षा पद्धति में शिक्षकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. तकनीकी बदलाव के साथ शिक्षकों के मनोवृति में भी बदलाव आवश्यक है. ये बातें विद्या भारती द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशालामें प्रो विद्या कुमार चौधरी ने कही.
शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में नवाचार और अनुसंधान आवश्यक: प्रो विद्या कुमार चौधरी - Workshop of Vidya Bharati at Saraswati Vidya Mandir
जमालपुर में विद्या भारती द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस मौके पर विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सह सचिव प्रो विद्या कुमार चौधरी ने शिक्षकों को प्रशिक्षण के क्रम में कई बातें सुझाए. साथ ही उन्होंने नवाचार पर जोर दिया.
बच्चों को चुनौतियों को अवसर में बदलने के गुड़ सिखाएं शिक्षक
उन्होंने कहा कि आज बच्चों में तनाव बढ़ता जा रहा है. इसको कम करने की जरुरत है. इसके लिए निरंतर बच्चों और अभिभावकों से संवाद आवश्यक है. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अभिभावकों और बच्चों के साथ शिक्षकों का आदान प्रदान करें. प्रो विद्या कुमार ने कहा कि शिक्षक बच्चों को आज सिर्फ पढ़ाए नहीं बल्कि चुनौतियों को अवसर में बदलने के गुड़ भी सिखाएं.
वहीं, इस मौके पर मुंगेर विभाग के विभाग प्रमुख राजेश रंजन ने कहा कि कार्य की सफलता टीम वर्क से होती है. उन्होंने कहा कि आप अपने विचारों का आदान-प्रदान करें और लोगों को नई-नई जानकारियों से अवगत कराएंं. इसके लिए स्वयं का अध्ययन भी आवश्यक है. वहीं, इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य, आचार्य और छात्र-छात्राएं मौजूद थी.
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