मुंगेर: पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर शनिवार को अपराध की योजना बना रहे सात अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों में से कई अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. कई घटनाओं में इन्होंने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
छापेमारी दल का गठन
मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि सफियासराय ओपी अंतर्गत सिंघिया बहियार इलाके में अपराधियों के जमावड़े की सूचना मिली थी. सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक ने अपर पुलिस अधीक्षक हरिशंकर कुमार के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया. इसमें एसआईओयू प्रभारी विनय कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, जमालपुर थानाध्यक्ष रंजन कुमार, धरहरा थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह, साफियासराय ओपी अध्यक्ष गौरव कुमार और जिला आसूचना इकाई के जवान शामिल रहे.
अपराधियों के पास से बरामद हथियार पांच अपराधी गिरफ्तार
सिंघिया बहियार इलाके में तीन तरफ से घेराबंदी कर छापामारी की गई. इसी दौरान बांध पर बैठे अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे. आधे घंटे की मशक्कत के बाद मौके पर से पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. जबकि कुछ अन्य भाग निकले. सिंघिया बहियार से सत्यम यादव, आजाद यादव, राणा यादव उर्फ राणा बॉस, सूरज यादव और अमरेश यादव को गिरफ्तार किया गया.
14 जिंदा गोली बरामद
पुलिस ने अपराधियों के पास से चार देशी पिस्तौल और 14 जिंदा गोली बरामद किया है. गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ अन्य अपराधी गांव की तरफ भागे हैं. भाग रहे अपराधियों में से एक शशांक कुमार यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पूरबसराय ओपी और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में भी छापामारी की गई.
रिश्तेदार के घर पर छापेमारी
गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि हथियार और गोलियों की आपूर्ति का काम मुफस्सिल थाना क्षेत्र निवासी बंटी यादव करता है. इसके बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कल्याण चक गांव में भी बंटी यादव के घर छापेमारी की गई. जहां से एक देशी पिस्तौल और थ्री नॉट थ्री की एक जिंदा गोली बरामद की गई. पूरबसराय ओपी क्षेत्र के कृष्णापुरी मोहल्ले में उसके रिश्तेदार के यहां भी छापेमारी के दौरान पुलिस को एक लोडेड देशी राइफल और तीन गोलियां मिली है.
सभी का आपराधिक इतिहास
पुलिस ने यहां से सौरभ राज उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में सत्यम यादव, सूरज यादव और राणा यादव उर्फ राणा बॉस का आपराधिक इतिहास रहा है. सूरज यादव और राणा यादव की तलाश जमालपुर थाना क्षेत्र में हुए हत्या के दो मामले में भी चल रही थी. इसके अलावा जदयू नेता जुगनू मंडल की हत्या में भी अपराधियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. सभी सात अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.