मुंगेर: मूर्ति विसर्जन के मुद्दे पर मुंगेर एक बार फिर सुलग उठा है. मतदान समाप्त होने के अगले ही दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों ने एसपी लिपि सिंह के कार्यालय पर हमला कर दिया.
भीड़ हंगामा करते हुए सदर एसडीओ के आवास पर पहुंची और पथराव किया. जिला जज के आवास को भी आक्रोशितों ने नहीं बख्शा. उनकी नेम प्लेट उखाड़ कर जमीन पर फेंक दिया और पथराव किया.
गुस्साए लोगों ने पूरब सराय थाने में भी आग लगा दी. बता दें कि मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के विरोध में आज सैकड़ों युवा सड़क पर उतर आए थे और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे
पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़
पुलिस अधीक्षक ऑफिस में घुसकर लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की.शहर के अलग-अलग इलाके में युवा आक्रोशित होकर घूम रहे हैं. मुंगेर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. एसपी ऑफिस के साइन बोर्ड को उग्र भीड़ ने उखाड़ फेंका. लोगों में आक्रोश इसकदर था कि रास्ते में जो कुछ आया लोग उसे तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस भी नदारद दिखी.
लिपि सिंह के दफ्तर पर पथराव जस्टिस फॉर अनुराग के लिए गुस्सा
जस्टिस फॉर अनुराग की मांग को लेकर मुंगेर के लोग आक्रोशित हैं. दरअसल मूर्ति विसर्जन के दिन हुए गोली बारी में अनुराग की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन 48 घंटे बाद भी परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा. इसी बात से लोग गुस्से में हैं.
मुंगेर मुद्दे पर हो रही सियासत
तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और राहुल गांधी ने भी इस मसले को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने तो मुंगेर पुलिस को 'जनरल डायर' की संज्ञा दी थी. वहीं चिराग पासवान ने प्रशासन को महिषासुर बताया था.