मुंगेर:जिले में एसपी लिपि सिंह के निर्देश पर अवैध लॉटरी संचालन के खिलाफ पुलिस की ओर से बड़ा अभियान चलाया गया. एसपी के निर्देश पर चलाए गए अभियान के दौरान 18 लाख रुपए मूल्य की अवैध लॉटरी बरामद की गई है. इसके अलावा 4 लाख रुपये नगद भी बरामद किए गए हैं. अवैध लॉटरी संचालन में शामिल 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में अवैध लॉटरी संचालन के बड़े चेहरे भी शामिल हैं. इसके अलावा कोतवाली थाना क्षेत्र में की गई छापामारी के दौरान 10 कारतूस की गोलियां भी बरामद की गई हैं.
लॉटरी संचालन की मिली थी शिकायत
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को कुछ जगहों पर अवैध लॉटरी संचालन की शिकायतें मिली थी. जिसके बाद विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया. एसपी की ओर से गठित स्पेशल टीम ने कासिम बाजार, कोतवाली, बासुदेवपुर ओपी क्षेत्रों में सघन छापेमारी की. कासिम बाजार थाना क्षेत्र के गोला रोड इलाके में दीपक कुमार के घर छापामारी की गई. दीपक कुमार के घर बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से लॉटरी का संचालन किया जा रहा था. दीपक कुमार उर्फ मुन्ना के घर की गई छापेमारी के दौरान उपेंद्र साहनी, ज्वाला रावत, किशन दास और दीपक रावत को भी गिरफ्तार किया गया है. छापामारी के दौरान पुलिस ने बाजार मूल्य के 11 लाख रुपये से अधिक की लॉटरी के टिकट बरामद किए गए. दो, पांच और दस रुपये मूल्य के लॉटरी टिकटों को ब्लैक में काफी ऊंचे दामों पर बेचा जाता था और एक संगठित नेटवर्क के जरिए अवैध लॉटरी का संचालन किया जा रहा था.
लॉटरी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस ने दीपक उर्फ मुन्ना के घर से 56,000 रुपये नगद भी बरामद किए हैं. उसके पास से कई बैंकों के पासबुक और चेक बुक भी बरामद किया गया है. यह अवैध लॉटरी का बड़ा रैकेट संचालित करता था. इसके अलावा बासुदेवपुर ओपी क्षेत्र में भी छापामारी की गई. बासुदेवपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत विपिन यादव के घर छापामारी की गई. वहां से भी अवैध लॉटरी बरामद किया गया. छापेमारी के दौरान विपिन यादव के अलावा मो. जहांगीर, मो. शहजाद और किशन शाह को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से 5 लाख रुपये से अधिक मूल्य के अवैध लॉटरी टिकट बरामद किए गए और 1 लाख 70 हजार रुपये नगद भी बरामद किया गया. इनकी निशानदेही पर कोतवाली थाना क्षेत्र के दीनदयाल उपाध्याय चौक के पास छापामारी की गई.
हिरासत में लॉटरी संचालक
स्पेशल टीम की छापेमारी के दौरान अक्षय कुमार नाम के लॉटरी संचालक को हिरासत में लिया गया. अक्षय कुमार के पास से 1100 पीस लॉटरी के टिकट, 2 लाख रुपये नगद और 10 गोलियां भी मिली हैं. कोतवाली थाने में अक्षय के खिलाफ अवैध लॉटरी संचालन और आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज की गई है. सिक्किम की लॉटरी, बंगाल से आपूर्ति, रोहतास से संचालन और मुंगेर में बिक्री अवैध लॉटरी संचालन काफी मजबूत तरीके से और संगठित तरीके से चलाया जा रहा था. सिक्किम राज्य की लॉटरी के टिकटों को कूरियर के डब्बे में छिपाकर पश्चिम बंगाल के जरिए मुंगेर में लाया जाता था. इसका सरगना रोहतास के डेहरी ऑन सोन से पूरे गोरखधंधे को ऑपरेट करता है. मुंगेर में विपिन यादव मुख्य तौर पर अवैध लॉटरी संचालन के नेटवर्क को ऑपरेट करता था.
2 के टिकट की 60 में बिक्री
अवैध लॉटरी का यह खेल बड़ा अजीबोगरीब है. 2 मूल्य के लॉटरी टिकट को 60 में बेचा जाता था. वहीं, 5 मूल्य के लॉटरी टिकट को 50 और 10 मूल्य वाले लॉटरी टिकट को 40 में बेचा जाता है. मुंगेर के कई छोटे दुकानों से इस लॉटरी के खेल को ऑपरेट किया जाता है. दिन में तीन बार लकी ड्रा का रिजल्ट परिणाम निकाला जाता था. दोपहर 12 से शाम 4और रात के 8 बजे लकी ड्रा का रिजल्ट निकाला जाता है और इनाम की घोषणा की जाती है. हालांकि, काफी कम लोगों को ही इनाम जीतने का मौका मिलता है. हिरासत में लिए गए लोगों ने बताया कि महीना दो महीने में एक से दो बार ही लोगों को एक हजार या दो हजार रुपये का इनाम मिलता था जबकि रोजाना अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई लॉटरी खरीदने वाले लोग अवैध लॉटरी के खेल में लगाते थे.
एसपी ने बनाई थी स्पेशल टीम
अवैध लॉटरी के कारोबार को रोकने के लिए मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह की ओर से स्पेशल टीम बनाई गई थी. एसपी खुद इस पूरे अभियान की मॉनिटरिंग कर रही थी. विभिन्न थाना क्षेत्रों में थानाध्यक्षों की ओर से चलाए गए इस अभियान में थाना को सहयोग करने के लिए जिला आसूचना इकाई के साथ 15 अतिरिक्त जवानों को अवैध लॉटरी संचालन के खिलाफ गठित छापामारी दल में शामिल किया गया था. पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को अवैध लॉटरी का संचालन पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया है. साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि स्पेशल टीम की ओर से किसी थाना क्षेत्र में अवैध लॉटरी के खेल का खुलासा किया जाएगा तो इसकी जिम्मेदारी थानाध्यक्ष की होगी.