मुंगेरः बिहार के मुंगेर में एक बार फिर हवाई सेवा शुरू (Demand To Start Air Service In Munger) करने की मांग उठने लगी है. यहां हवाई सेवा पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है. क्योंकि एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से 5 जिलों से हवाई सेवा शुरू होने की बात कही गई है लेकिन इसमें मुंगेर शामिल नहीं है. अब स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि मुंगेर जिला जो कई मायनों में राज्य का अहम जिला है, यहां भी सफियाबाद एयरपोर्ट (Safiabad Airport Munger) को सही तरीके से बनाकर हवाई सेवा शुरू की जाए.
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'यहां विश्व का पहला योग विश्वविद्यालय योग आश्रम है, तो एशिया का पहला रेल कारखाना जमालपुर में है. आईटीसी की पहला मदर फैक्ट्री मुंगेर में ही है तो देश विदेश के लोगों को रिझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल भी मुंगेर में भरे पड़े हैं. फिर भी इस जिला में अब तक हवाई सेवा शुरू नहीं हुई'. शशि शंकर मुन्ना, सदस्य, कार्यकारिणी चेंबर ऑफ कॉमर्स
इस संबंध में राजद नेता शिशिर कुमार लालूने कहा कि पिछले सप्ताह ही बौद्ध सर्किट कॅरिडोर के लिए विश्व बैंक की सहायता से 5 जिलों से हवाई सेवा प्रारंभ होने की घोषणा की गई है. मुंगेर एक बार फिर छूट गया है. जबकि जिले के सफियाबाद हवाई अड्डा में नया रनवे भी बना हुआ है. लाउंज भी बनाया गया था, हवाई अड्डे की घेराबंदी भी की गई थी. फिर भी मुंगेर को नजरअंदाज किया गया है.
9 करोड़ की लागत से बना था रनवे और लाउंजः मुंगेर मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सफियाबाद हवाई अड्डा को भारतीय विमानपत्तनम देखरेख करती है. 2016 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगभग 9 करोड़ की राशि से बने अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई जहाज का नव निर्माणाधीन रनवे एवं लाउंज का भी उद्घाटन बड़े तामझाम से किया था. उद्घाटन के छह साल बीतने को हैं अब तक ना तो इस रनवे पर कोई हवाई जहाज उतरा और ना ही यहां से हवाई सेवा चालू की गई.
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