बिहार

bihar

ETV Bharat / state

मुंगेर में गंगा ने छोड़ा किनारा, गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, रेस्क्यू में जुटी NDRF

मुंगेर में बाढ़ से सैकड़ों गांव प्रभावित हैं. हजारों एकड़ फसलें जलमग्न हो चुकीं हैं. यहां फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगा दी गयी है. युद्ध स्तर पर राहत और बचाव का कार्य जारी है.

जलमग्न हुआ मुंगेर
जलमग्न हुआ मुंगेर

By

Published : Aug 12, 2021, 10:46 PM IST

मुंगेर: बिहार में हो रही बारिश से (Rain in Bihar) जनजीवन अस्त व्यस्त है. उत्तर प्रदेश सहित बिहार के विभिन्न इलाकों में हो रही बारिश से मुंगेर में गंगा नदी खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर (Ganga river above danger mark) बह रही है. दो दर्जन से अधिक पंचायत बुरी तरह प्रभावित है. बाढ़से हजारों घर और हजारों एकड़ दियारा की भूमि जलमग्न हो गयी है. सैकड़ों लोग बाढ़ में फंसे हैं. एनडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुटी है. राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है.

ये भी पढ़ें- हाल-ए-मुजफ्फरपुर: न बाढ़ आया न बांध टूटा, फिर भी डूब गई 'स्मार्ट सिटी'

बता दें कि मुंगेर में गंगा के खतरे का निशान 39.33 मीटर है. लेकिन गंगा अब खतरे के निशान को पार कर 39.60 मीटर पर पहुंच गई है. घर में पानी घुसने से लोग सुरक्षित स्थान पर तेजी से पलायन कर रहे हैं. पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए जिला राहत बचाव दल के अलावा एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम युद्ध स्तर पर लगी है. बरियारपुर प्रखंड के सभी पंचायत, सदर प्रखंड की 6 पंचायत और जमालपुर प्रखंड की 3 पंचायत बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. इन पंचायतों में लगभग 1000 से अधिक मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है. यहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है.

देखें रिपोर्ट

सदर प्रखंड के टीका रामपुर पंचायत के किसान जय मंगल सिंह ने बताया कि सीता कुंडडीह से लेकर खगड़िया जिले की सीमा गोगरी तक का पानी दियारा में आ रहा है. मक्के की खेती के अलावा दलहन, तिलहन एवं हरी सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर होती हैं. लेकिन बाढ़ ने फसलों को बर्बाद कर दिया. अब हमारे घरों में पानी आ गया है. जिंदगी बचाने के लिए हम अनाज, कपड़ा और जानवर लेकर पलायन को मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें- गंगा की चपेट में आया आशियाना, मवेशियों संग पलायन को मजबूर हुए लोग, 1500 बाढ़ पीड़ित फंसे

इस संबंध में डीएम नवीन कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार हो गया है. जिले में 15 स्थानों पर बाढ़ राहत केंद्र चालू किया गया है. बाढ़ राहत केंद्र में दो समय का भोजन, रात में बिजली की व्यवस्था के अलावा पशुचारे की व्यवस्था की गई है. राहत केंद्रों पर सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सेविका और शिक्षकों को लगाया गया है.

एनडीआरएफ की 10 सदस्य टीम सदर प्रखंड के टीका रामपुर पंचायत के भेलवा दियारा जाकर लोगों को राहत और बचाव के लिए सीताकुंड डीह पहुंची. जहां एनडीआरएफ के एसआई भरत वर्मा के नेतृत्व में टीम सदर अंचल के गाइड जितेंद्र के साथ गंगा में उतरी. भेलवा दियारा के जय मंगल पासवान टोला, बिंद टोला, गुहाटी आदि इलाके में जाकर लोगों को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू के बाद सभी को नाव सीता कुंडडीह लाया गया. जहां अंचलाधिकारी द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारियों ने सभी ग्रामीणों को बाढ़ राहत केंद्र पहुंचाये और उनका रजिस्ट्रेशन कराकर शिफ्ट करवाया.

ये भी पढ़ें- गयाः कीचड़ और गढ्ढे में तब्दील हुई सड़क, पैदल निकलना मुश्किल

ABOUT THE AUTHOR

...view details