मुंगेर: बिहार में पंचायत चुनाव में जीतने के बाद प्रतिनिधियों की हत्या का सिलसिला थम नहीं रहा है. आरा में मुखिया और पूर्णिंया में पूर्व जिला परिषद सदस्य और जिला परिषद के पति रिंकू सिंह की हत्या के बाद अब मुंगेर में गुरुवार को नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या (Naxali killed Mukhiya in Munger) कर दी गई है. पुलिस भी यह मान रही है कि परमानंद टुडू की हत्या में नक्सलियों का हाथ है.
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'प्रथम दृष्टया घटना को नक्सलियों द्वारा ही अंजाम दिए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. छापेमारी की जा रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.'- नंद जी प्रसाद, सदर एसडीपीओ
'देर रात नक्सली बड़ी संख्या में घर में घुसे और पिताजी को सोए हुए अवस्था में उठा कर घर से बाहर ले गए. नक्सलियों ने गांव के चबूतरे के पास ही उनकी गला रेत कर हत्या कर दी. पिताजी 31 दिसंबर को मुखिया पद की शपथ लेने वाले थे.'- अभिषेक, मृतक नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद के पुत्र
घटना के बारे में जानकारी देते हुए परमानंद के भांजे गुलशन ने भी बताया कि बड़ी संख्या में घर पर पुलिस की वर्दी में ही लोग आए थे. उनके पास आधुनिक हथियार थे. वे पार्टी के ही लोग लग रहे थे. घटना को अंजाम देने के बाद उन लोगों ने लाल सलाम का नारा भी लगाया था.
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बताया जाता है कि अजीमगंज पंचायत से परमानंद टुड्डू नए मुखिया चुने गए थे. परमानंद टुड्डू 31 दिसंबर को शपथ लेने वाले थे कि नक्सलियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इस संबंध में मृतक परमानंद के भांजे गुलशन ने बताया कि गुरुवार को रात के करीब 8 बजे से दस बजे के बीच दर्जनभर नक्सली उनके घर आ धमके.