मुंगेर:मशरूम लेडी ऑफ इंडिया (Mushroom Lady of India) के नाम से प्रसिद्ध बिहार के मुंगेर की रहने वाली बीना देवी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है. 2013 में आर्थिक तंगी से उबरने के लिए 1 किलो बीज लेकर पलंग के नीचे मशरूम उगाने वाली बीना देवी अपने मेहनत के बल से मशरूम की खेती में आर्थिक रूप से सुदृढ़ हुई हैं. इनसे प्रभावित होकर आसपास के लगभग 3000 से अधिक परिवार भी मशरूम की खेती कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(Womens Day 2022 With ETV Bharat) के मौके पर मशरूम लेडी (Mushroom Lady Bina Devi) ने आधी आबादी को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया है.
मशरूम लेडी ऑफ इंडिया:बीना देवी मशरूम उत्पादन में इतनी चर्चित हुई कि इनकी पहचान थोड़े ही दिनों में पूरे राज्य में होने लगी. तभी तो कभी स्कॉर्पियो पर चढ़ने को सपना मानने वाली बीना देवी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची तो स्कॉर्पियो पर चढ़कर गई. बीना देवी के कार्य को देखने कई विश्वविद्यालय की टीम इनके घर पहुंचकर शोध कर चुकी हैं. 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बीना देवी को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन्हें सम्मानित करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 1 दिन का समय इसे दिया था. साथ ही उन्होंने बीना देवी को 'मशरूम लेडी ऑफ इंडिया' कहकर पुकारा था, तभी से बीना देवी को पूरे देश में मशरूम लेडी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जा रहा है.
मशरूम के बाद अब जैविक खेती:बीना देवी मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित प्रखंड टेटिया बंबर गांव के तीलकारी गांव से आती हैं. गांव में परंपरागत तरीके से खेती होती चली आ रही है. बीना देवी अब मशरूम उत्पादन के साथ-साथ महिला होते हुए खेती किसानी के लिए आगे आई हैं. वह जैविक विधि से खेती करने लगी हैं. इस संबंध में बीना देवी ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूबे के मुखिया नीतीश कुमार हमेशा जैविक विधि से खेती करने पर जोर देते हैं, इसलिए मैंने जैविक खेती शुरू की. महिला होने के बावजूद हाथों में फावड़ा लेकर खेतों में कुदाल चलाई. घर की दहलीज से बाहर निकलकर खेतों में पसीना बहाया. उन्होंने कहा कि खेती करने के लिए महिलाओं को हमारे गांव में इजाजत नहीं थी. हमने इस परंपरा को भी तोड़ने के लिए खुद खेत में उतरी.
''जैविक विधि से खेती करने के कारण मुझे कम लागत में अधिक मुनाफा होने लगा. मेरी आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ हो गई. मैं मशरूम की खेती और जैविक खेती कर नोएडा में बड़े बेटे को इंजीनियरिंग की पढ़ाई और पटना में छोटे बेटे की पढ़ाई करवा रही हूं. यह सब मशरूम और खेत में जैविक विधि से खेती के कारण संभव हुआ है. बीना देवी को देख गांव की महिलाएं भी घर की दहलीज पार कर खेतों में पसीना बहा रही हैं.''-बीना देवी, मशरूम लेडी ऑफ इंडिया