मुंगेर:मुंगेर नगर निगम के लिए वर्ष 2020 उपलब्धियों भरा वर्ष रहा. लॉकडाउन जैसी प्रतिकूल परिस्थिति में भी नगर निगम के राजस्व में जहां 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं, वर्ष 2020 में स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश में गंगा नदी के किनारे बसे 85 शहरों में नगर निगम मुंगेर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया.
350 कच्ची गली का हुआ पक्कीकरण
नगर निगम के सभी 45 वार्डों में सभी घरों को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट से जोड़ा गया. प्रत्येक घर से डोर टू डोर गीला और सूखा कचरा का उठाव शुरू हो गया है. बीते वर्ष 350 कच्ची गली का पक्कीकरण किया गया. शहर की सफाई व्यवस्था को सही सरीके से करने के लिए नई मशीन की खरीदारी की गई . जिससे अब शहर के सड़कों की सफाई की जा रही है. शहर में 50 लाख की लागत से कॉन्फ्रेंस हॉल का निर्माण कराया गया है.
2021 में नगर निगम के सामने होगी कई चुनौतियां 'गार्बेज फ्री सिटी बना कर भारत सरकार से जीएफसी थ्री स्टार हासिल करने की दिशा में पहल किए जाएंगे. शहर में गन्दगी फैलाने वाले व्यक्तियों से दंड की वसूली में तेजी लाई जाएगी. 300 करोड़ से प्रायोजित एसटीपी प्लांट स्थापित किया जाएगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में मुंगेर जिला भारत में पहला स्थान प्राप्त करें, इस पर भी हमारा फोकस रहेगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में सभी लोग भाग लें, इस पर भी काम किए जाएंगे'.- श्याम नंदन प्रसाद, नगर उपआयुक्त
श्याम नंदन प्रसाद, नगर उपआयुक्त स्वच्छ भारत मिशन के तहत होंगे कई बदलाव
स्वच्छ भारत मिशन के तहत निगम प्रशासन ने व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालय निर्माण का लक्ष्य भी हासिल किया है. पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए बीते वर्ष 35 प्याऊ का निर्माण कराया गया है.
2021 में नगर निगम के सामने होगी कई चुनौतियां वहीं, रोशनी की पुख्ता इंतजाम के लिए निगम के 42 वार्डों में स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं. राजस्व बढ़ोतरी के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए प्रत्येक घरों से 30 रुपये यूजर चार्ज लिया जा रहा है. लगभग साढ़े पांच टन प्लास्टिक को मिक्सड कूड़े से अलग किया गया ताकि उसका डिस्पोजल वैज्ञानिक तरीके से किया जा सके.
2021 में नगर निगम के सामने होगी कई चुनौतियां वर्ष 2021 में निगम के सामने होगी कई चुनौती
इन उपलब्धि के बाद अब वर्ष 2021 में निगम के सामने कई चुनौती है. नगर निगम वर्ष 2021 में राजस्व बढ़ोतरी की दिशा में कार्य करेगा. इसके लिए निगम बोर्ड की बैठक में दस फीसदी टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.
हालांकि, इसके खिलाफ विरोध के स्वर भी सुनने को मिल रहे हैं. शहर की सफाई व्यवस्था ठीक करना नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती होगी. निगम प्रशासन ने वर्ष 2021 में शहर को गार्बेज फ्री सिटी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.