मुंगेर:बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है.एमएलसी चुनाव के लिए मुंगेर हॉट केक बना हुआ है. यहां खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) की प्रतिष्ठा दांव पर है. उन्होंने अपने चहेते उम्मीदवार संजय प्रसाद (JDU Candidate Sanjay Prasad From Munger Seat) को जदयू से उम्मीदवार बनाया है. जबकि मुंगेर प्रक्षेत्र एमएलसी सीट राजद का गढ़ है. यहां पिछले 12 वर्षों से राजद के ही उम्मीदवार विधान परिषद सदस्य का चुनाव जीतते आए हैं. राजद के उम्मीदवार संजय प्रसाद यहां दो बार लगातर एमएलसी चुने गए. लेकिन ललन सिंह ने उन्हें जदयू में शामिल करवाकर चकाई विधानसभा से टिकट भी दिया. लेकिन निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने उन्हें चुनाव में हरा दिया.
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संजय प्रसाद हैं जदयू से उम्मीदवार: ललन सिंह ने अपना वीटो पावर इस्तेमाल कर मुंगेर लखीसराय शेखपुरा जमुई प्रक्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का एमएलसी उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में अगर एमएलसी का चुनाव संजय प्रसाद हार जाते हैं तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी. क्योंकि ललन सिंह मुंगेर के सांसद भी हैं.
राजद के उम्मीदवार हैं अजय कुमार सिंह:महागठबंधन ने इस बार अपना उम्मीदवार लखीसराय के मालदार बिजनेसमैन और मंझे हुए राजनीति के खिलाड़ी अजय कुमार सिंह (RJD Candidate Ajay Kumar Singh From Munger Seat ) को बनाया है. अजय कुमार सिंह के कई राज्यों में बड़े कारोबार हैं तो वे राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. अजय कुमार सिंह की राजनीति में पकड़ को कुछ इस तरह समझा जा सकता है. अजय कुमार सिंह के लिए जमुई जिला में निर्विरोध अपनी पत्नी को जिला परिषद अध्यक्ष बनाने वाले गुड्डू यादव को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ना कहना पड़ा. अजय कुमार सिंह के लिए खुद उदय नारायण चौधरी कमान संभाल ली है. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व सांसद, जयप्रकाश नारायण यादव एवं अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने भी कमान संभाल ली है. ताबड़तोड़ अजय कुमार सिंह का प्रचार चल रहा है. ऐसे में दोनों के लिए राह कठिन होगी.
कांटे की टक्कर:दोनों के लिए यह सीट जीतना बड़ा कठिन है. इस संबंध में राजद नेता मंटू शर्मा ने कहा कि यह राजद की परंपरागत सीट है. दो बार राजद के टिकट से संजय प्रसाद लगातार 12 वर्षों से यहां एमएलसी रहे. लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमारे उम्मीदवार को अपने पाले में कर लिया. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को पाले में किया जा सकता है मतदाता को नहीं. राजद के मतदाता एकजुट हैं. वैसे भी जदयू में जाने के बाद क्षेत्र में वे कम सक्रिय रहे हैं. उन्हें तो निर्दलीय प्रत्याशी ने विधानसभा में पटखनी दी थी.
सुमित सिंह भी बढ़ा सकते हैं जदयू के लिए परेशानी:चकाई विधानसभा से जदयू के वर्तमान एमएलसी उम्मीदवार संजय प्रसाद को मात देने वाले निर्दलीय सुमित कुमार सिंह अपनी पत्नी सपना सिंह के लिए मुंगेर से एमएलसी का टिकट चाह रहे थे. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो बिहार के एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह की ताकत जदयू में काफी बड़ी है. अंदर खाने की बात पर यकीन करें तो नीतीश कुमार भी इनकी पत्नी सपना सिंह की उम्मीदवारी पर मुहर लगा चुके थे. लेकिन ललन सिंह ने संजय प्रसाद को यहां से उम्मीदवार बनवाया है. ऐसे में अपनी पत्नी का टिकट कटने से नाराज सुमित सिंह जदयू के खिलाफ अंदर ही अंदर खेमेबाजी कर सकते हैं. सुमित कुमार सिंह भी जदयू उम्मीदवार का खेल बिगाड़ सकते हैं.