मुंगेरः बिहार के मुंगेर खगड़िया रेल सह सड़क पुल (Munger Khagaria Rail Cum Road Bridge) का उद्घाटन 11 फरवरी को हुआ था. इस पुल को श्रीकृष्ण सेतु के नाम से भी जाना जाता है. निर्माण कार्य पूरा किये बिना पुल पर आवागमन चालू होने के कारण बड़ी संख्या में हादसे रोजाना हो रहे हैं. बीते एक माह में पुल पर अलग-अलग हादसे में 30 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. इस कारण रेल सह सड़क पुल को लोग हादसे का पुल (Bridge Become Accident Zone) कहने लगे हैं.
औसतन 2 दिन में एक हादसाःमुंगेर खगड़िया रेल सह सड़क पुल अभी पूरी तरह आवागमन के लिए तैयार नहीं है. 11 फरवरी को उद्घाटित इस पुल पर 11 मार्च तक महज 1 महीने में मुंगेर साइड में अब तक 15 से ज्यादा छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. लगभग 13 बाइक हादसा, एक ट्रैक्टर हादसा और एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है. इन हादसे में लगभग 30 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. यानी औसतन प्रत्येक 2 दिन में एक दुर्घटना, प्रत्येक दिन एक व्यक्ति घायल हो रहे हैं. पिछले दिनों 7 मार्च को नंदलालपुर दूध फैक्ट्री के पास सड़क धंसने के कारण एक 18 चक्के वाला ट्रक 30 फीट नीचे खाई में जा गिरी थी. हालांकि इसमें ड्राइवर और खलासी की जान बच गई. लेकिन ट्रक के परखच्चे उड़ गए.
खगड़िया बेगूसराय की तरफ भी हो रही है दुर्घटनाएंःसदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी रविंद्र कुमार ने कहा कि पिछले 1 महीने में मुंगेर सड़क पुल से लगभग 25 से 30 व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल होकर यहां इलाज कराने पहुंचे हैं. इसके अलावा भी खगड़िया बेगूसराय की ओर भी दुर्घटनाएं होती रहती है. उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा मानकों का इस पुल पर पालन नहीं करवाया जा रहा है. ना तो डिवाइडर सही से लगा है और ना ही सुरक्षा के कोई उपाय किये गये हैं. इस कारण यहां दुर्घटनाएं घट रही है.
रोड सेफ्टी ऑडिट बाकीः पुल पर अब भी कई सुरक्षा मानकों को भी पूरा नहीं किया गया. कुछ जगहों पर अंडरपास का कुछ जगहों पर एक पूरा लेन नहीं बना है. कई जगहों पर डिवाइडर भी नहीं लगाया गया है. वहीं आवागमन से पहले पुल या सड़क का रोड सेफ्टी ऑडिट कराना अनिवार्य है. ऑडिट का काम 3 चरणों में होता है. फाइनल ऑडिट निर्माण कार्य पूरा होने के बाद होता है. निर्माण कार्य से जुड़े एक अभियंता के अनुसार मुंगेर खगड़िया रेल सह सड़क पुल और इस पथ का अभी तक रोड सेफ्टी ऑडिट नहीं हुआ है.
11 फरवरी को हुआ था श्रीकृष्ण सेतु का उद्घाटनः
11 फरवरी 2022 को मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लाल दरवाजा मैदान से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने संयुक्त रूप से मुंगेर खगड़िया रेल सह सड़क पुल श्रीकृष्ण सेतु का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के महज 20 घंटे के बाद ही पुल पर बड़े वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित करते हुए एनएचआई ने मुंगेर के लाल दरवाजा और बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल की ओर बैरिकेडिंग लगा कर बड़े वाहनों पर रोक लगा दिया है. पुल पर पूरी तरह से परिचालन जारी नहीं होने से मुंगेर के लोगों में नाराजगी है.
पुल के करना पड़ा था 20 साल का इंतजारः20 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद इलाके के लोगों का पुल का सपना पूरा हुआ था. लोगों के अनुसार सरकार की ओर से वाहवाही के लिए आधे अधूरे पुल पर परिचालन आरंभ करा दिया गया. मजबूरी में लोग जान हथेली पर रखकर इस पर यात्रा कर रहे हैं. इस संबंध में मुंगेर जिला राजद नेता अरविंद गजेंद्र कुमार हिमांशु ने कहा कि आनन-फानन में आधे अधूरे रेल सह सड़क पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया था. हालत यह है कि अभी भी एप्रोच पथ का निर्माण कार्य चल रहा है.
एप्रोच पथ बनने में अभी कई महीने और लगेंगे. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर पुल पूरी तरह नहीं बना था तो उद्घाटन की क्या औचित्य है. उद्घाटन का मतलब है की सभी वाहनों का परिचालन हो, यहां तो बड़े वाहनों का परिचालन ही बंद है. इससे किसानों और व्यापारियों को फायदा नहीं हो रहा. उल्ट आये दिन इस पुल पर दुर्घटनाओं में लोग घायल हो रहे हैं.