मुंगेर: जिले के नक्सल प्रभावित इलाके के धरहरा प्रखंड में ग्रीन लेडी की अगुवाई में वाटर शेड बनाए जा रहे हैं. ऐसे में अब इस इलाके की महिलाएं खेती करके तरक्की में चार चांद लगा रही हैं. यह पहल क्रैडल संस्था की ओर से की गई है.
ग्रीन लेडी के नाम से मशहूर जया देवी आज महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं. जया देवी ने जल संचयन योजना के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को कृषि और अन्य कार्यो में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता है. ग्रीन लेडी जया की इस मुहिम में हजारों महिलायें जुड़कर स्वाबलंबी बन रही हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रही हैं.
कोल क्षेत्र में वाटर शेड की पहल
ग्रीन लेडी ने इलाके में पानी संकट से जूझ रहे लालगढ़ के नाम से कोल क्षेत्र में वाटर शेड बनाने की पहल शुरू की. धरहरा में जल विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए नाबार्ड और क्रैडल संस्था ने अपने हाथ आगे बढ़ाये. जिसकी मदद से नक्सल प्रभावित गांव में जल संचयन योजना की शुरुआत की गई.
आदिवासी क्षेत्र में विकास की नई किरण
संस्था की ओर से अब तक दस वाटर शेड का निर्माण आसपास के गांव में किया जा चुका है. पानी को सुरक्षित कर खेती करने की योजना ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में विकास की एक नई किरण जगाई है. साथ ही जल संरक्षण के बाद क्षेत्र में ग्राउंड वॉटर लेबल भी तेजी से ऊपर आया. जो भूमि को कृषि योग्य बनाने में वरदान साबित हुआ.