मुंगेर: जिले के बरियारपुर प्रखंड के एनएच 80 से सटे चमन गढ़ से इटहरी तक जाने वाली 2.4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पिछले कई महीनों से नहीं हो पाया है. राष्ट्रीय राजमार्ग 80 से कल्याण टोला, चमन गढ़, इटहरी गांव होते हुए पाटम और रतनपुर होकर ऋषि कुंड पथ को जोड़ने वाली सड़क पर संवेदक द्वारा पिछले साल पत्थर बिछाया गया. लेकिन पत्थर बिछाने के बाद संवेदक ने उसकी पिचिंग नहीं कराई. सड़क पर बिछे छोटे-छोटे पत्थरों के कारण सड़क पर हर वक्त दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
इस जर्जर सड़क पर कई बाइक चालक भी दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. जबकि सड़क पर कई जगह बारिश के दौरान जलजमाव की स्थिति भी बनी रहती है. स्थानीय मृगेंद्र कुमार साह ने बताया कि यह सड़क पिछले साल से अधूरी पड़ी है. जिसके कारण आने जाने में बहुत कठनाई होती है. वहीं संतोषी कुमारी ने बताया कि रात के समय और बारिश के दिनों में इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है.
नहीं हो पाया जर्जर सड़क का निर्माण
वहीं पिछले 6 माह से उक्त सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो गई है. ऐसे में ग्रामीणों में इसको लेकर काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 5 साल पहले उक्त सड़क का निर्माण कर सड़क पर पिचिंग किया गया. निर्माण के कुछ माह में ही सड़क टूटनी शुरू हो गई. इस बीच बाढ़ के कारण सड़क की स्थिति और भी जर्जर हो गई. जिस कारण सड़क की स्थिति निरंतर जर्जर बनी रही. वहीं 6 माह पूर्व संवेदक द्वारा फिर से उस सड़क को दुरुस्त करने का काम शुरू किया गया. जिससे ग्रामीणों में यह आस जगी कि अब जर्जर सड़क से मुक्ति मिलेगी. लेकिन संवेदक ने सड़क पर छोटे छोटे पत्थर बिछाने के बाद उसकी पिचिंग नहीं की. अब आलम यह है कि सड़क पर आते-जाते वाहन से छोटे छोटे पत्थर उड़कर ग्रामीणों को घायल कर देते हैं. जबकि जर्जर सड़क के कारण बाइक चालक भी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. साथ ही बरसात के मौसम में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति रहती है.
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