मुंगेर:जिले के एक दलित बहुल गांव में पिछले 6 महीने से लोगों को राशन नहीं मिला है. लोगों का आरोप है कि डीलर ने दलितों के राशन में घापला किया है. इसके कारण वो राशन से वंचित हैं. वहीं, डीलर बहाना बनाकर लोगों को वापस लौटा देता है. इस मामले में प्रशासन भी मूकदर्शक बना हुआ है.
छठ तक छोड़िए साहब ! यहां 6 महीनों से नहीं मिला लोगों को राशन, डीलर पर लगे ये आरोप
जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर स्थित अमाड़ी पंचायत के वार्ड नंबर-14 अवतलपुर गांव के लोगों को पिछले 6 महीनों से राशन नहीं मिला है. बता दें कि ये गांव दलितों का गांव हैं.
गरीबों को नहीं मिला राशन
पूरा मामला जिला मुख्यालय से 30 किमी अवतलपुर गांव का है. अमाड़ी पंचायत वार्ड नंबर-14 में आने वाले इस गांव के लोग आरोप लगाते हुए कहते हैं कि डीलर ने पिछले 6 महीनों से राशन नहीं वितरित किया है. दलितों के इस गांव के सरपंच शंकर मांझी की मानें, तो डीलर रेखा देवी सरकारी खाद्यान वितरण के मामले में हमेशा मनमानी करती है और समय पर खाद्यान वितरण नहीं करती है. पॉस मशीन पर अंगूठा लगवाकर लाभार्थियों को आधा राशन यानी कि फ्री राशन वितरण किया जाता है. बाकी राशन को गबन किया जाता है.
राशन न मिलने के कई कारण गिनाएं
लोगों की मानें, तो डीलर के पति जिला आर्पूति विभाग में आदेशपाल है. जिसका पूरा फायदा उठाकर गरीबों का हक मार लिया जाता है. अवतलपुर गांव में लगभग 150 घर मुसहर जाति के लोग निवास करते हैं. जबकि, इस मामले में डीलर के पति से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अगस्त महीने का सारा खाद्यान लाभार्थियों के बीच समय पर वितरण कर दिये जाने की बात कहा. फिर लाभार्थियों को राशन नहीं मिलने के कई कारण गिनाए. वहीं इस मामले में धरहरा एमओ संदीप अग्रवाल से पूछा गया तो बोलने से मुकर गये.