मुंगेर: बिहार के मुंगेर (Munger) जिले में मनरेगा में लूट की गंगा बह रही है. बरियारपुर प्रखंड (Bariarpur Block) के रतनपुर पंचायत के वार्ड नंबर 3 के महादलित टोला में मनरेगा द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में जमकर लूट हुई. अधिकारी और संवेदकों की मिलीभगत से पेपर पर काम पूरा दिखाकर पैसा ले लिया गया.
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भोला मांझी के घर से दशरथ मांझी के घर तक सड़क के दोनों और पक्के नाले का निर्माण कराया जाना था, लेकिन सड़क के एक ओर ही नाला निर्माण हुआ. दशरथ मांझी ने कहा, 'ठेकेदार ने सड़क के दोनों और नाला नहीं बनाकर केवल एक ओर ही नाला बनवाया. इसे भी एस्टिमेट के अनुसार नहीं बनाया गया. घटिया स्तर का नाला निर्माण कर पूरा पैसा निकाल लिया गया.'
दशरथ मांझी ने कहा, 'रतनपुर पंचायत एजेंसी द्वारा नाला निर्माण कराया गया. योजना संख्या 01/20248912 के अनुसार 4 लाख 34 हजार 975 रुपए से काम 2017 में शुरू किया गया था. काम में लापरवाही बरती गई. दोनों और नाला नहीं रहने के कारण सड़क पर एक ओर से पानी आ जाता है, जिससे बारिश के समय चलने में परेशानी होती है.'
"नाला पर स्लैब भी नहीं डाला गया. बिना स्लैब से ढंके नाले को आखिर इंजीनियर ने कैसे पास कर दिया? ठेकेदार ने पैसे की निकासी कैसे कर ली? स्लैब नहीं रहने के कारण आए दिन नाले में गिरकर बच्चे घायल होते हैं. इसकी शिकायत कई बार पदाधिकारियों से की गई, लेकिन सभी ने इसे नजर अंदाज कर दिया."- दशरथ मांझी, स्थानीय ग्रामीण
वहीं, अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इसी पंचायत के महादलित बस्ती तक जाने के लिए मनरेगा योजना से पक्की सड़क का निर्माण होना था. ठेकेदार ने 3 माह में बनने वाली सड़क को बनाने में कई साल बिता दिए. सड़क निर्माण के लिये लाया गया 50 बोरा सीमेंट पत्थर में बदल गया है. स्थानीय सोनू मांझी ने कहा, 'ठेकेदार ने कुछ दूर तक सोलिंग के लिए ईंट बिछाया था, लेकिन काम बेहद धीमी रफ्तार से हुआ. कुछ दिन बाद ठेकेदार ने 50 बोरा सीमेंट यहां एक भवन में रखा था, लेकिन काम बंद हो गया. अब तो सीमेंट भी रखा-रखा पत्थर हो गया है. सीमेंट खराब हो गया, लेकिन सड़क नहीं बना. ठेकेदार कहां है कोई पता नहीं.'
ग्रामीण भूतों देवी ने कहा, 'स्थानीय मुखिया महादलित टोले पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्हें केवल वोट की राजनीति करनी है. अगर इस पंचायत में सरकारी योजनाओं से कराये गए काम की जांच की जाए तो भारी अनियमितता मिलेगी. मुखिया, पंचायत सेवक, इंजीनियर समेत कई लोग जांच के घेरे में आएंगे. उन्हें जेल जाना होगा. हम लोगों पर मुखिया ने आज तक ध्यान नहीं दिया.'
"मामला संज्ञान में आया है. जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. भ्रष्टाचार या काम में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. मुखिया, पंचायत सेवक या इंजीनियर अगर दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी."- नवीन कुमार, डीएम, मुंगेर
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