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मुंगेर: प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प, गोलीबारी में 1 की मौत दर्जनों घायल - बड़ी दुर्गा महारानी प्रतिमा विसर्जन

मुंगेर पहले चरण के लिए कल यानी 28 अक्टूबर को मतदान होना है. इस वजह से प्रशासन ने दशमी के दिन ही जिलाभर की पूजा समितियों को प्रतिमा विसर्जन करने के आदेश दिये थे. जिले में बड़ी दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित होने के बाद ही किसी अन्य प्रतिमा का विसर्जन होता है. बड़ी दुर्गा का विसर्जन पारंपरिक तरीके से किया जाता है, इस वजह से प्रतिमा विसर्जन में देरी हो रही थी. पुलिस जल्द से जल्द प्रतिमा का विसर्जन संपन्न करवाना चाहती थी. इससे पुलिस और पूजा समिति के लोग शहर के दीनदयाल चौक पर आपस में भिड़ गए. इसके बाद ये पूरा घटनाक्रम हुआ.

मुंगेर
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Published : Oct 27, 2020, 8:31 AM IST

Updated : Oct 27, 2020, 9:02 AM IST

मुंगेर:कोतवाली थाना क्षेत्र के दीनदयाल चौक के पास प्रतिमा विसर्जन को लेकर पुलिस और पब्लिक आमने-सामने हो गई. हालात इतने बिगड़ गए कि नौबत फायरिंग और पथराव तक पहुंच गई. जिसके बाद लगभग 1 दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग हुई. इस घटना में एक की मौत हो गई है. जबकि दर्जन भर से अधिक लोग घायल हैं. वारदात में कोतवाली थाना प्रभारी समेत 3 जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. घटना देर रात 12 बजे की है.

लाठीचार्ज के बाद हुई गोलीबारी
दरअसल, जिले में प्रथम चरण में ही तीनों विधानसभा सीट जमालपुर, तारापुर और मुंगेर में मतदान होना है. इसको लेकर जिला प्रशासन जल्द से जल्द प्रतिमा विसर्जन करवाना चाह रही थी. जबकि, बड़ी दुर्गा महारानी शादीपुर की प्रतिमा धीरे-धीरे विसर्जन स्थल की ओर बढ़ रही थी. दीनदयाल चौक के पास प्रशासन ने पूजा समिति के लोगों से जल्द से जल्द प्रतिमा विसर्जन करने की बात कही. इसके बाद लोगों और पुलिस के बीच कहासुनी होने लगी. धीरे-धीरे स्थिति उग्र हो गई. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.

मुंगेर में प्रतिमा विसर्जन के दौरान गोलीबारी

एक की मौत 7 घायल
लाठीचार्ज के बाद पुलिस और पब्लिक के बीच पथराव होने लगा. इसके बाद नौबत गोलीबारी की भी आ गई. लगभग 1 दर्जन से अधिक राउंड गोलियां चली. गोलीबारी में कोतवाली थाना क्षेत्र के लोहा पट्टी निवासी 22 वर्षीय अनुराग कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं. सभी घायलों का आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद एक को भागलपुर रेफर कर दिया गया. बाकी घायलों का इलाज अस्पताल में ही जारी है. सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. निरंजन ने बताया कि सभी घायलों को एक्सरे किया जा रहा है. अगर गोली का जख्म गहरा होगा, उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जाएगा.

ये लोग हुए हैं घायल:-

  1. सुमित कुमार
  2. डब्लू कुमार
  3. आशु कुमार
  4. विशाल कुमार
  5. चन्दन कुमार
  6. संजीव कुमार
  7. सौरभ कुमार यादव

पुलिस पर लगाया तानाशाही का आरोप
घटना के बारे में मृतक और घायलों के परिजन ने बताया कि पुलिस की तानाशाही रवैये के कारण यह हादसा हुआ है. लोगों ने पुलिस पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस जल्दी विसर्जन करने का दबाव बना रही थी. शादीपुर स्थित बड़ी दुर्गा महारानी का 11वीं पूजा के दिन प्रतिमा विर्सजन किया जाता है. प्रशासन के कारण दसवीं पूजा के दिन ही प्रतिमा विसर्जित की जा रही थी.

प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाते पूजा समिति के लोग

शरारती तत्वों ने की गोलीबारी- एसपी
वारदात के बारे में डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने साझा बयान जारी करते हुए कहा कि बड़ी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान यह हादसा हुआ है शरारती तत्वों ने हंगामा कर बवाल काटा और गोलीबारी भी की. गोलीबारी के कारण एक की मौत हुई है. जबकि, 7 अन्य घायल हुए हैं. एसपी ने बताया कि कोतवाली थाना प्रभारी समेत 3 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं. डीएम ने लोगों से शांती बरतने की अपील की है.

इलाके में आक्रोश का माहौल
गौरतलब है कि मुंगेर में शादीपुर स्थित बड़ी दुर्गा महारानी का विसर्जन पूजा के 11वें दिन किया जाता रहा है. लेकिन जिले में पहले फेज में ही यानी 28 अक्टूबर को मतदान होना है. इस वजह से प्रशासन ने दशमी के दिन ही जिलाभर के पूजा समिति को प्रतिमा विसर्जन करने के आदेश दिये थे. जिले में बड़ी दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित होने के बाद ही किसी अन्य प्रतिमा का विसर्जन होता है. बड़ी दुर्गा का विसर्जन पारंपरिक तरीके से किया जाता है, इस वजह से प्रतिमा विसर्जन में देरी हो रही थी. पुलिस जल्द से जल्द प्रतिमा का विसर्जन संपन्न करवाना चाहती थी. इससे पुलिस और पूजा समिति के लोग शहर के दीनदयाल चौक पर आपस में भिड़ गए. इसके बाद ये हादसा हुआ.

प्रतिमा को सड़क पर छोड़ अपने-अपने घर वापस लौटे लोग

चुनाव का बहिष्कार करने की बात
घटना के बाद सभी पूजा समिति प्रतिमा को सड़क पर ही छोड़कर अपने-अपने घर चले गए थे. हालांकि, जिला प्रशासन सभी प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए सोझी घाट गंगा किनारे लेकर पहुंची. जिसके बाद संबंधित पूजा समिति के कुछ लोग अपने-अपने प्रतिमा के पास नजर आए. घटना के बाद से इलाके में आक्रोश का माहौल है. लोगों ने 28 अक्टूबर को होने वाले चुनाव का बहिष्कार करने की भी बात कही हैं.

Last Updated : Oct 27, 2020, 9:02 AM IST

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