मुंगेर:कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर सिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान श्रद्धालुओं के लिए 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने एहतियातन ये कदम उठाते हुए कई दिशा निर्देश जारी किये हैं. गौरतलब है कि चैत्र नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है.
भारत के 52 शक्तिपीठों में से एक मुंगेर जिला स्थित सिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान मान्यताओं के लिए जाना जाता है. यहां माता सती की बाईं नेत्र की पूजा होती है. डीएम राजेश कुमार मीणा ने निर्देश देते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 18 से 31 मार्च तक के लिए बैन लगा दिया है.
अपने निर्देश में डीएम ने कहा कि यह स्थान काफी भीड़भाड़ वाला है. काफी संख्या में श्रद्धालु अलग-अलग क्षेत्र से यहां आते हैं. इसलिए यहां ज्यादा खतरा हो सकता है. 31 मार्च के बाद इसे खोलने पर विचार किया जाएगा.
मां की बाईं आंख की होती है पूजा बचाव ही है कोरोना का इलाज- डीएम
कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुंगेर के ऐसे कई स्थान हैं जिसमें दिनभर लोगों की आवाजाही लगी रहती है. जिला प्रशासन उसे चिन्हित कर वहां आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने का कार्य शुरू कर दिया है. उसका यह पहला उदाहरण है कि मुंगेर का सिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. डीएम ने बताया कि यह एहतियातन कदम है. सबकी सहभागिता से हम लोग कोरोना वायरस को फैलने से रोक सकते हैं. उन्होंने लोगों से अपील भी किया कोरोना वायरस से बचाव ही इलाज है. जहां तक हो प्रशासन का सहयोग करें. भीड़भाड़ वाले इलाके में न जाएं.