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शराबबंदी में लापरवाही पर 221 पुलिसकर्मी बर्खास्त, मुंगेर के 2 दारोगा और 4 जवान भी शामिल

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Published : Apr 2, 2021, 8:13 PM IST

शराब से संंबंधित मामलों में संलिप्त बिहार के 211 पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है. जिसमें मुंगेर के दो दारोगा समेत 6 पुलिस जवान भी शामिल हैं. पुलिस मुख्यालय से कार्रवाई पत्र जिलों के एसपी को भेज दिया गया है.

मुंगेर में पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई
मुंगेर में पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई

मुंगेर :शराब मामले में संलिप्त छह पुलिसकर्मियों और जमालपुर रेल के 8 जवानों को बर्खास्त कर दिया गया है. 6 पुलिस कर्मियों में दो दारोगा, तीन सिपाही एवं एक गृहरक्षक शामिल हैं. पुलिस मुख्यालय ने मुंगेर एसपी और रेल जमालपुर एसपी को पत्र भेज कर बर्खास्त पुलिस कर्मियों के पिता का नाम, गृह पता एवं मोबाइल नंबर 6 अप्रैल तक मुख्यालय के ई-मेल पर उपलब्ध कराने का आदेश दिया है.

बताया जाता है कि मद्यनिषेध कानून को लागू करने में लापरवाही बरतने वाले संलिप्त पुलिस पदाधिकारी, कर्मी, चौकीदार, गृहरक्षक और रेलवे पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश के मुताबिक राज्य में कुल 211 पुलिस कर्मियों को बर्खास्त किया गया है. जिसमें मुंगेर के 6 पुलिसकर्मी शामिल हैं. मुंगेर के जिन पुलिस कर्मियों को बर्खास्त किया गया है. उसमें पुअनि गजेंद्र प्रसाद, रामशरण यादव, सिपाही राजेश हंसदा, वीर बहादुर सिंह एवं बैंकेट कुमार शामिल है. जबकि एक गृहरक्षक रामाशीष यादव शामिल है.

किस पुलिसकर्मी पर क्या है आरोप
बताया जाता है कि सिपाही संख्या 806 राजेश हांसदा को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया था. जबकि पुअनि गजेंद्र प्रसाद सफियासराय ओपी में पदस्थापन के दौरान शराब के नशे में गिरफ्तार हुआ था. सिपाही संख्या 307 वीर बहादुर सिंह को कोतवाली थाना पुलिस ने नशे धुत गिरफ्तार किया था. जबकि जिला बल के सिपाही संख्या 361 बैंकेट कुमार को शराब के नशे में धुत भागलपुर जिले के अकबरनगर में गिरफ्तार किया गया था. उसके खिलाफ अकबरनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज है.

शराब तस्कर को मदद करने का आरोप
पुअनि रामशरण यादव पर अप्रैल 2020 में शराब कारोबारी को मदद करने का आरोप था. धरहरा थाना में जब उनकी तैनाती थी तो उन्होंने एक शराब कारोबारी को पकड़ा था. लेकिन उसने रिश्वत लेकर उसे मदद पहुंचाने का काम किया. इतना ही नहीं, रिश्वत की राशि कम पड़ने पर उसने भलार में अपने एक सहयोगी के घर शराब, मोबाइल को गिरवी रखवा कर कारोबारी को रिश्वत की बची राशि देने को कहा था. इस मामले की जानकारी मिलते ही उसे तत्कालीन एसपी लिपि सिंह ने धरहरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए उसे गिरफ्तार करवा कर न सिर्फ जेल भिजवाया. बल्कि उसे निलंबित करते हुए उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने की अनुशंसा की. इधर, गृहरक्षक संख्या 10996 रामाशीष यादव को भी शराब के नशे में धुत गिरफ्तार किया गया था.

रेल जमालपुर के भी 8 पुलिसकर्मी बर्खास्त
शराब मामले में संलिप्त रेल जमालपुर के भी 8 पुलिसकर्मी भी बर्खास्त हुए हैं. जो रेल जिला जमालपुर के विभिन्न थानों में तैनात थे. जिनको बर्खास्त किया गया है. उसमें हवलदार संख्या-38 दीपेंद्र प्रसाद यादव, सिपाही संख्या-108 शिवनाथ तुरी, सिपाही संख्या-514 अरविंद कुमार, सिपाही संख्या-6 राजपति शेखर, सिपाही संख्या -5 धनेश कुमार, सिपाही संख्या-383 दिनेश कुमार सिंह, सिपाही संख्या-241 सुमित कुमार सिंह एवं सिपाही संख्या-301 चंद्रशेखर सिंह शामिल हैं.

भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज
भ्रष्टाचार के मामले में दिसबंर 2020 में मुंगेर के पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो ने चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया था. जबकि वहीं वर्षों से फरार चल रहे दो पुलिसकर्मियों की भी सेवा समाप्त कर दी थी. एसपी ने मुंगेर जिला बल में शामिल हवलदार जयप्रकाश, मनोज कुमार साह, सिपाही संख्या 203 बलजीत कुमार सिंह एवं सिपाही संख्या 561 लाल बाबु ठाकुर को सेवा से बर्खास्त कर दिया. जिस पर भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने का आरोप था. जबकि सिपाही संख्या 220 प्रदीप कुमार साह एवं 113 सुनील पासवान को सेवा से हटा दिया. उन आरोप है कि वह कई वर्षों से बिना सूचना के ही फरार है. विदित हो कि जिला बल में शामिल हवलदार जय प्रकाश एवं सिपाही संख्या बलजीत कुमार पर रिश्वत लेने का आरोप था.

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