मधुबनी: कोरोना के खिलाफ इस जंग में युवा भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं. बाहर से आए प्रवासियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में जगह नहीं मिली तो गांव के कुछ युवाओं ने खुद से तंबू गाड़कर एक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है. इसमें सूरत से आए 50 मजदूर रह रहे हैं. इन श्रमिकों को अब तक सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं दी गई है, जिससे प्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है.
सरकार से नहीं मिली मदद
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूरी पर एक पंचायत भटसिमर निजामत भवानीपुर है, जहां प्रवासी मजदूरों के लिए नवसृजित विद्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया था. इसमें सिर्फ 25 लोग ही रह सकते थे. बाहर से आए प्रवासियों को जगह न मिलने पर इसकी जानकारी ग्राम पंचायत से लेकर प्रखंड प्रशासन को दी गई, लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की.