मधुबनी: बुधवार को विभिन्न ट्रेड यूनियन और कर्मचारी संगठनों की ओर से भारत बंद का असर देखने को मिला. लोगों ने सड़कों पर उतर कर सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी किया. जिले में भी कम्युनिस्ट पार्टी ने एनएच 105 को जाम कर दिया. साथ ही एनसीआर, सीएए और एनपीआर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बांका में भी दिखा भारत बंद का असर
अखिल भारतीय और अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले अराजपत्रित कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. मांगों के समर्थन में अराजपत्रित कर्मचारियों ने समाहरणालय मेन गेट पर एक होकर केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की
बांका से ईटीवी भारत की रिपोर्ट 'पुरानी पेंशन नीति को लागू करे सरकार'
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री सनत ठाकुर ने बताया कि संविदा, ठेका और मानदेय, प्रोत्साहन राशि देकर लोगों से जो काम करवाया जा रहा है, सरकार उस नीति को जल्द खत्म करे. साथ ही जिन विभागों में पद खाली है, वहां नियमित बहाली कराए.
मोतिहारी में दिखा बंद का असर मोतिहारी में भी प्रदर्शन
जिले के ट्रेड यूनियंस और कर्मचारी संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया. इस दौरान मोतिहारी में हड़ताल का असर देखने को मिला. जिले के तमाम बैंक और सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी अपने कार्यालय में ताला लगाकर अपने ऑफिस के सामने धरना पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारा लगाया.
मधुबनी से ईटीवी भारत की रिपोर्ट 12 सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन
अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल कर रहे कर्मचारी संगठन गोप गुट के जिला महामंत्री ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के शोषण करने की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा कि 44 श्रम कानूनों को निरस्त कर सरकार ने चार मजदूर कोड का निर्माण किया है जो तमाम तरह के कर्मचारियों के खिलाफ है.