मधुबनी: कोरोना वायरस महामारी का रूप धारण कर लिया है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही जा रही है. लेकिन नगर पंचायत झंझारपुर में सरकारी नियम के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है. यहां सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है. खासकर नालों की उड़ाही, सफाई, वार्ड में झाड़ू लगाने का काम आदि कार्यों में कोताही बरती जा रही है.
सफाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति, नालों में पसरा गंदगी का अंबार
मधुबनी में कोरोना मरीज के बढ़ते मामले को लेकर नगर निगम सतर्क नहीं दिख रहा है. यहां साफ सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.
नालों से गंदगी की बू आ रही है. जिससे मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ता जा रहाव है. वहीं, महामारी फैलने की संभावना प्रबल दिख रही है. नगर पंचायत झंझारपुर के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन गंदगी की ढेर नालों की स्थिति से सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि सफाई किस कदर की जा रही है. बता दें कि नगर पंचायत झंझारपुर में सफाई के नाम पर 5 लाख मासिक खर्च की जा रही है. लेकिन उसके बाद भी नगर पंचायत क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ रहता है. मीडिया में खबर आने के बाद सफाई की खानापूर्ति कर दी जाती है. बाकी स्थिति भगवान भरोसे ही चल रही है.
नगर अध्यक्ष ने दी जानकारी
नगर अध्यक्ष वीरेन्द्र नारायण भंडारी ने बताया कि कूड़ा लगना रूटीन कार्य है. नगर पंचायत सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव और फॉगिग मशीन से छिड़काव किया जा रहा है. लेकिन सही रूप से सफाई नजर नहीं आ रही है. नगर अध्यक्ष ने कहा कि संस्था की मनमर्जी साफ तौर पर देखने को मिल रही है. कई बार स्थानीय लोगों के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी और अध्यक्ष को सफाई के बाबत गुहार लगाई गई. बता दें कि मधुबनी में पांच कोरोना मरीज मिल चुके हैं. इसके बाद भी नगर निगम सतर्क नहीं है.