मधुबनीः भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प से पूरे देश में आक्रोश है. रिटायर सैनिक भी देश की रक्षा के लिए तैयार हैं. जिले के लखनौर प्रखंड के दीप पश्चिमी पंचायत के जवान नीतीश रंजन ने लद्दाख में हुए सैनिकों की झड़प के बाद कहा कि जरूरत के समय वो आज भी देश की रक्षा के लिए उपलब्ध हैं.
कम नहीं होगा सेना का जज्बा
नीतीश रंजन भारतीय सेना के रडार इंजीनियर से रिटायर हैं. उन्होंने बताया कि 30 नवंबर 2019 को वो सेना से रिटायर हुए हैं. नीतीश ने कहा कि हमारी भारतीय सेना का एक ही युद्ध घोष है 'चिड़िया से बाज लड़ाबा ते गुरु गोविंद सिंह नाम कहावा'. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया एक हो जाए, फिर भी भारतीय सेना का जज्बा कभी कम नहीं होगा.
पहुंच जाएंगे रिटायर्ड जवान
रिटायर जवान ने कहा कि सरकार की एक अपील से पूरे देश के 22 से 23 लाख रिटायर्ड जवान समय से पहले ही पहुंच जाने को तैयार हैं. भारतीय सेना ने 5 ऑपरेशन किया है. साथ ही 3 पूर्ण और 2 आधी लड़ाई लड़ी है.
भारतीय सेना से रिटायर्ड जवान नीतीश रंजन देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार
नीतीश ने कहा कि चाहे जम्मू-कश्मीर की घाटी हो या अन्य बॉर्डर हम सैनिक देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना वतन को मां का दर्जा देती है और जब मां के स्वाभिमान की रक्षा की बात हो तो जान देने से नहीं कतराती है.
भ्रष्टाचार का मामला
रिटायर जवान ने कहा कि अपनी मातृभूमि का 1 इंच भी किसी दुश्मन के हवाले नहीं जाने देंगे. साथ ही उन्होंने अफसोस जताते हुए बताया कि भारतीय सेना राजनीति का शिकार हो गई है. सैन्य आधुनिकीकरण और सैन्य हथियार की खरीद-फरोख्त में भ्रष्टाचार व्याप्त होने का मामला सामने आ रहा है.
'नहीं भूले हैं गोली चलाना'
नीतीश ने भारतीय सेना और सरकार से कमियों को दूर करने की अपील की. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना विकट और विषम परिस्थितियों में अच्छा करने के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा हम लोग रिटायर हुए हैं, गोली चलाना नहीं भूले हैं. देश के लिए कभी भी हथियार उठाकर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार हैं.