मधुबनी:सरकारी महकमे की लापरवाही के कारण झंझारपुर के बेलाराही गांव में आजतक पक्की सड़क नहीं है. उदासीनता ऐेसी है कि सात साल पहले सड़क निर्माण के लिए लगभग डेढ़ करोड़ की राशि निर्गत हुई थी. लेकिन, वह पैसा कहां गया किसी को नहीं मालूम है.
विभागीय अधिकारी कहते हैं कि पैसा आया, वापस हुआ, फिर आया और विभाग के खाते में इंतजार कर रहा है. बेलाराही गांव में तीन सड़कों के निर्माण के लिए साल 2012 में 1.20 करोड़ रुपये निर्गत किया गया. लेकिन, सड़क निर्माण नहीं कराया गया.
निर्माण कार्य अधर में लटका
स्थानीय निवासी इसी हाल में सालों से जीने को मजबूर है. उनका कहना है कि गर्मी और बारिश में हालत बेहद खराब हो जाते हैं. बीते 7 साल से लोग उम्मीद लगाए हैं कि सड़क का निर्माण किया जाएगा. लेकिन, अब तक बेलाराही गांव को मुख्य सड़क नसीब नहीं हो पाया है. सड़क निर्माण के लिए टेंडर भी निकाला गया. लेकिन, संवेदक ने कोर्ट में मामला दर्ज करा दिया. जिस कारण सड़क का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है.
आधे किमी के लिए 4 किमी जाना पड़ता है
बाद में वार्ड पार्षद विजय दास के आंदोलन करने पर दोबारा विभाग ने डेढ़ करोड़ रुपये मुहैया कराए गए. लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता हैं. लोगों को आधे किलोमीटर की दूरी के लिए 4 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. रात में कोई बीमार पड़ जाए तो हालात और खराब हो जाते हैं.