मधुबनी:बिहार के कई जिलेसे आए दिनक्वॉरंटाइन सेंटरों में कुव्यवस्था को लेकर हंगामे की खबर आ रही है. ताजा मामला मेघोल गांव के पंचायती क्वॉरंटाइन सेंटर का है. जहां प्रवासियों में कुव्यवस्था को लेकर आक्रोश देखने को मिला. सेंटर पर सभी प्रवासियों ने एकजुट होकर मुखिया और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. प्रवासियों के मुताबिक यहां पर उन्हें कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं मिलती है.
मधुबनी: मुखिया से नाराज प्रवासी मजदूरों ने किया हंगामा, कुव्यवस्था का लगाया आरोप
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि मुखिया की ओर से खाने-पीने की व्यवस्था उनके अनुकूल नहीं की गई है. सेनेटरी किट भी प्रदान नहीं किया गया है. स्कूल में भोजन बना रही सावित्री देवी ने कहा कि खाने का पूरा सामान नहीं दिया जा रहा है.
मुखिया के खिलाफ प्रवासियों ने किया प्रदर्शन
जिले के पंडौल प्रखंड अंतर्गत मेघोल पंचायत के क्वॉरंटाइन सेंटर पर प्रवासियों को किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिल रही है. जिससे ये प्रवासी मजदूर काफी परेशान हैं. यहां तक कि इस क्वॉरंटाइन सेंटर पर बाथरूम तक की सुविधा नहीं है. जिससे इन लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों के मुताबिक तकरीबन दो दर्जन से अधिक प्रवासी इस क्वॉरंटाइन सेंटर पर रह रहे हैं. लेकिन कभी भी पंचायत के मुखिया इनकी खबर लेने नहीं पहुंचे. जिसके कारण यह लोग बेहद नाराज हैं.
नाराज प्रवासियों ने की मुखिया की शिकायत
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि मुखिया की ओर से खाने-पीने की व्यवस्था उनके अनुकूल नहीं की गई है. सेनेटरी किट भी प्रदान नहीं किया गया है. स्कूल में भोजन बना रही सावित्री देवी ने कहा कि खाने का पूरा सामान नहीं दिया जा रहा है. इस सम्बन्ध में मुखिया प्रमोद देवी के प्रतिनिधि राकेश रंजन उर्फ पप्पू गिरि ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया. उनका कहना था कि सरकार ने पंचम वित्त आयोग से संबंधित जो चिट्ठी जारी की है उसमें कहीं भी मुखिया की ओर से प्रवासियों के खाने-पीने की व्यवस्था करने का जिक्र नहीं किया गया है. केवल मास्क और साबुन का वितरण करने का निर्देश दिया गया है.