मधुबनीः यूपी से टिड्डियों का दल बिहार पहुंच चुका है. वहीं, टिड्डियों के दल से बचाव के लिए प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है. इसके तहत जिला पदाधिकारी के निर्देश पर जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य कृषि कर्मी दिन ढलने के उपरांत दवा का छिड़काव करना शुरू कर दिया है.
इस दौरान कृषि कर्मियों को जिस भी खेत या पेड़ पौधों पर टिड्डियों के बैठने की जानकारी मिल रही है. उस पर दवा का छिड़काव कर रहे हैं. वहीं गांव के किसानों को टिड्डियों से बचाव के लिए ध्वनि यंत्रों के साथ सजग रहने के लिए जागरूक कर रहे हैं.
टिड्डियों से बचाव के लिए किया जा रहा छिड़काव टिड्डियों का दल पहुंचा बिहार
बता दें कि यूपी की ओर से लाखों की संख्या में टिड्डियों का दल बगहा अनुमंडल के गंडक नदी पार कर मधुबनी, भितहा व ठकराहा के दर्जनों पंचायत में आ गए थे. लेकिन उनके आने से पूर्व ही प्रशासन ने अपनी कमर कस ली थी. साथ ही प्रशासन ने कृषि कर्मियों के साथ किसानों को भी जागरूक कर रखा था. जिसके बाद से किसान घर में थाली, डब्बा, टिन, डीजे साउंड आदि ध्वनि यंत्र से टिड्डियों को भगाने में लिए लगे हुए थे.
फसल बचाने में जुटा प्रशासन बारिश बन रहा दवा छिड़काव में बाधक
टिड्डियों के बचाव के लिए प्रशासन की ओर से दवा छिड़काव में मौसम की मार भी बेअसर कर दे रही है. कृषि अधिकारियों की माने तो दवा छिड़काव के बाद पांच से सात घंटे तक बारिश नहीं होनी चाहिए. लेकिन मधुबनी प्रखंड में फायर ब्रिगेड के माध्यम से दवा का छिड़काव तो हुआ. लेकिन बारिश ने सब पर पानी फेर दिया.
जनसहयोग का अभाव
वहीं, मधुबनी प्रखंड के कृषि पदाधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि जनसहयोग का अभाव दिख रहा है. लोग डर से घर मे दुबके रह रहे है. इससे भी बचाव में परेशानी हो रही है. ग्रामीण एक जुट होकर ध्वनि यंत्रों का प्रयोग करते तो बचाव कार्य जल्द सफल होता.